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झीरम हमले के बाद से कांग्रेस हर साल बरसी पर सरकार से वहां श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए जाने की अनुमति मांगती रही है। इस बार सरकार ने अनुमति दी। सुरक्षा में कहीं चूक न हो जाए, इसलिए संकल्प यात्रा मार्ग व घाटी में 1700 जवान तैनात किए गए थे। साथ ही ड्रोन से निगरानी की जा रही थी। सुरक्षा व्यवस्था से संतुष्ट कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि एेसी सुरक्षा यदि पांच साल पहले दी गई होती, तो झीरम की घटना नहीं होती।
भूपेश बघेल ने गुरुवार को दंतेवाड़ा में रात्रि विश्राम के बाद सुबह आठ बजे ‘बस्तर टाइगर’ स्व. महेंद्र कर्मा के गृहग्राम फरसपाल पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे भी झीरम जाने के लिए केशलूर पहुंचे। वहां से करीब 80 वाहनों का काफिला डीआरजी व एसटीएफ के जवानों की सुरक्षासरकार बनी तो झीरमघाटी में बनाएंगे शहीद स्मारक
[typography_font:14pt;” >झीरमघाटी में घटनास्थल पर दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने पहुंचे प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया ने कहा कि इस जगह पर शहीद स्मारक बनाने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। हमारी सरकार बनी तो यहां शहीद स्मारक बनाया जाएगा।
राहुल हुए भावुक, किया ट्वीट