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इसके बाद जिलों और बूथ में प्रशिक्षण
इस ट्रेन द ट्रेनर प्रशिक्षण का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार करना है। मुख्यमंत्री के सलाहकार तिवारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर मॉस्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जा रहा है। इसके बाद ये सभी उत्तर प्रदेश जाकर जिला और बूथ स्तर पर जाकर प्रशिक्षण देंगे। इन्हें कांग्रेस की विचारधारा, सोशल मीडिया और बूथ प्रबंधन आदि विषय पर प्रशिक्षण दिया गया है।
भाजपा ने तरह-तरह के प्रतिबंध लगा रखे हैं- प्रियंका
शिविर को प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी संबोधित किया। उन्होंने कुछ कार्यकर्ताओं से बातचीत भी की। इस दौरान उन्होंने कहा, प्रशिक्षण से ही कार्यकर्ताओं को पता चलता है कि कांग्रेस की विचारधारा क्या है और उससे ही देश की नींव बनी है। इसी से पता चलता है कि कांग्रेस ने देश के लिए क्या किया और किस तरह से लोकतंत्र को बचाकर रखा। जबकि भाजपा सरकार ने तो तरह-तरह के प्रतिबंध लगाकर रखे हैं।
आईटी सेल ने उत्तर प्रदेश में जाकर दिया प्रशिक्षण
उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने का यह दौर पहला नहीं है। इससे पहले छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश जाकर वहां के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया है। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के आईटी सेल ने उत्तर प्रदेश जाकर सोशल मीडिया से जुड़े प्रशिक्षण कार्यकर्ताओं को दिए हैं। बातें दे कि छत्तीसगढ़ के आईटी सेल ने एक अलग से विंग बना रखा है, जो भाजपा के झूठे प्रचार को पकड़कर उसे सोशल मीडिया में प्रचारित करता है। छत्तीसगढ़ के आईटी सेल ने अब तक ऐसे कई मामलों को पकड़ा है।
असम के बाद अब उत्तर प्रदेश में अग्नि परीक्षा
प्रदेश कांग्रेस को उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले असम चुनाव की अहम जिम्मेदारी दी गई थी। इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी टीम ने काफी मेहनत की थी। यहां कांग्रेस चुनाव हार गई थी, लेकिन पिछली बार की तुलना में उसकी स्थिति मजबूत हुई थी। शायद यही वजह है कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व उत्तर प्रदेश के चुनाव में भी मुख्यमंत्री बघेल व उनकी टीम पर भरोसा जता रहा है। इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी को उत्तर प्रदेश का प्रभारी सचिव बनाए जाने के साथ हो गई थी।