बिजली कंपनी के अफसरों ने बताया कि औसत बिल पिछले तीन माह की रीडिंग को देखकर भेजा गया है। जो उपभोक्ता शहर के बाहर है, उन्हें मिनिमम बिल चुकाना होगा। औसत बिल जो भेजा गया है, उसको उपभोक्ता जमा कर दें। इस बिल को रीडिंग के दौरान दुरुस्त कर दिया जाएगा। जो उपभोक्ता औसत बिल जमा नहीं करेंगे और Lockdown के दौरान की उनकी ड्यू डेट होगी, तो उन्हें सरचार्ज नहीं लगेगा। लॉकडाउन खुलने के बाद उपभोक्ता बिजली कंपनी के जोन कार्यालय में संपर्क करके अपनी समस्या का समाधान करा सकते हैं।
यह भी पढ़ें: रेलवे की तत्काल टिकट की तरह शराब की ऑनलाइन बुकिंग, सिर्फ एक घंटे के लिए ऑनलाइन विंडो ओपन
दो माह से रीडिंग है बंद
पिछले दो माह से मीटरों की रीडिंग कर्मचारियों द्वारा नहीं की जा रही है। मीटरों की रीडिंग भौतिक रूप से नहीं होने से उपभोक्ताओं का सत्यापन भी नहीं हो पा रहा है। उपभोक्ताओं ने फरवरी और मार्च माह में जितनी यूनिट बिजली खपत की है। अप्रैल माह में उसी खपत को जोड़कर उपभोक्ताओं को मैसेज दिया जा रहा है।
जिले में डेढ़ लाख उपभोक्ता
बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार जिले में डेढ़ लाख उपभोक्ता है। इन सभी उपभोक्ताओं को औसत बिल भेजा गया है। जिन उपभोक्ताओं के बिल के संबंध में समस्या है, वो जोन कार्यालय में संपर्क कर सकता है। उपभोक्ताओं के लिए मशीन और ऑनलाइन बिल जमा करने का सुविधा वर्तमान में शुरू कर दी गई है।
यह भी पढ़ें: राजधानी में ऑड – ईवन फॉर्मूले पर खुलेंगी दुकानें, जानिए किस दिन क्या रहेगा बंद और क्या खुलेगा
गुढ़ियारी जोन के एसई अनीष लखेरा ने कहा, उपभोक्ताओं को औसत बिल भेजा गया है। औसत बिल उपभोक्ता जमा कर देते है, तो बिजली कंपनी उपभोक्ता की यूनिट अनुसार बिल काटेगी और शेष आगामी बिल में एडजस्ट कर देगी। जो उपभोक्ता शहर के बाहर है, उन्हें मिनिमम बिल चुकाना होगा।