इससे राजधानी में अस्पतालों में हो रही बिस्तरों की समस्या से निजात मिल सकती है। इसके अलावा सरकारी स्कूलों और निजी स्कूलों (जो कि बंद हैं), शादी घर, मैरिज हॉल, कालेज आदि भवनों व जगहों को भी अपने अधीन लेकर उन्हें कोविड-19 सेंटर में तब्दील किया जा सकता है।
पाण्डेय ने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल संवेदनशीलता का परिचय देते हुए यह सुझाव मानते हैं, तो कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों के इलाज की व्यवस्था भी हो जाएगी और मरीजों के साथ जो परिजन संक्रमित हो रहे हैं वे भी सुरक्षित रहेंगे।