19 हजार से ज्यादा छात्र हुए फेल
छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल के जिम्मेदारांे से मिली जानकारी के अनुसार 12वीं की परीक्षा में 12 हजार 236 और 10वीं की परीक्षा में ७ हजार 329 बच्चे फेल हो गए हैं। इन बच्चों को हर वर्ष की तरह दोबारा अवसर परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलना चाहिए। बोर्ड के अधिकरियों के इस निर्णय से ओपन स्कूल बोर्ड से पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं का एक साल बर्बाद हो जाएगा।
छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल के जिम्मेदारांे से मिली जानकारी के अनुसार 12वीं की परीक्षा में 12 हजार 236 और 10वीं की परीक्षा में ७ हजार 329 बच्चे फेल हो गए हैं। इन बच्चों को हर वर्ष की तरह दोबारा अवसर परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलना चाहिए। बोर्ड के अधिकरियों के इस निर्णय से ओपन स्कूल बोर्ड से पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं का एक साल बर्बाद हो जाएगा।
कम बच्चे फेल इसलिए अवसर नहीं
१०वीं और १२वीं के छात्रों के फेल होने का आंकड़ा देख तो १९ हजार से ज्यादा छात्र फेल है, लेकिन विभागीय अधिकारी फेल छात्रों की संख्या कम होने का हवाला देते हुए परीक्षा ना लेने की बात कह रहे हैं। चूंकि इस बार ओपन स्कूल बोडज़् ने असाइनमेंट परीक्षा ली थी। इसके तहत बच्चों को दोबारा मौका नहीं दिया जा सकता था।
१०वीं और १२वीं के छात्रों के फेल होने का आंकड़ा देख तो १९ हजार से ज्यादा छात्र फेल है, लेकिन विभागीय अधिकारी फेल छात्रों की संख्या कम होने का हवाला देते हुए परीक्षा ना लेने की बात कह रहे हैं। चूंकि इस बार ओपन स्कूल बोडज़् ने असाइनमेंट परीक्षा ली थी। इसके तहत बच्चों को दोबारा मौका नहीं दिया जा सकता था।
अधिकारियों के मुताबिक घर में बच्चों ने कापी लिखी थी । दूसरी ओर विशेषज्ञों का कहना है कि कम बच्चों के लिए परीक्षा नहीं कराने के पीछे ओपन बोर्ड की मंशा परीक्षा में हो रहे खर्च को बचाने की भी हो सकती है। बहरहाल, जिन बच्चों की परीक्षा नहीं हो रही है उन्हें अब छह महीने इंतजार करना पड़ेगा।