रेलवे की कोविड-19 पार्सल ट्रेन से गुजरात, सूरत, अहमदाबाद से खोवा की खेप आ चुकी है, जिसे कारोबारी टाटा-एस और कार से जिलों में भेज रहे हैं। छोटे कारोबारी ऐसे वाहनों से राजधानी आकर ले भी जा रहे हैं। क्योंकि रक्षाबंधन पर्व पर सबसे अधिक मांग मिठाइयों की ही रहती है। लॉकडाउन के कारण तोहफा और साड़ी की दुकानें बंद हैं। जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार और शनिवार को | सुबह 10 बजे तक ढील के कारण गोलबाजार, चिकनी मंदिर के र पास और मालवीय रोड पर राखी की दुकानों में काफी भीड़ रही। मिठाई की दुकानें बंद ही पहा हैं। यहां कि शहर के अनेक जगहों पर जहां सप्ताहभर पहले से शिष्ट और राखियों की दुकाने थी सड़क तक सज जाती थी, वैसा कहीं नहीं है। ऐसे में लोग किराना दुकानों से भी राखियां खरीदते रहे।