‘पत्रिका’ को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक सफाईकर्मी सैंपल लेने के बाद भी ड्यूटी पर थी। शुक्रवार को वह आंबेडकर अस्पताल से ड्यूटी के दौरान ही जिला अस्पताल कालीबाड़ी में शिफ्ट हुए स्त्रीरोग विभाग में गई थी। वहां एक महिला की डिलीवरी हुई थी। महिला के बच्चे को उसने हाथ में मिला। जिला अस्पताल में ड्यूटी देने के बाद वह वापस आंबेडकर अस्पताल लौट आई। कांटेक्ट ट्रेसिंग में नवजात शिशु और उसकी मां को क्वारंटाइन किया गया है। इनके भी सैंपल लिए जा रहे हैं। गौरतलब है कि सफाईकर्मी ने डॉक्टरों के कहने पर सैंपल दिया था, उसे कोई लक्षण नहीं था। ऐसे में सवाल यह है कि अगर किसी व्यक्ति के सैंपल लिए जा रहे हैं तो उन्हें अहतियातन क्वारंटाइन करवाया जाना चाहिए।
नर्सों से बात करने पहुंचे डीएमई आंबेडकर अस्पताल
आंबेडकर अस्पताल में नर्सों की शिकायत है कि उन्हें पीपीई किट और एन९५ मॉस्क नहीं मिल रहे हैं। जबकि उनकी ड्यूटी कोविड१९ वार्ड में लगाई जा रही है। ऐसे में संक्रमण का खतरा है। एक नर्स संक्रमित हो भी चुकी है। बात चिकित्सा शिक्षा संचालक डॉ. एसएल आदिले तक पहुंची तो वे नर्सों से मिलने आंबेडकर अस्पताल जा पहुंचे। उनसे बात की। उन्हें समझाया। कहा कि परिस्थियिां विपरीत हैं मगर काम तो करना ही होगा। सभी सुविधा मुहैया करवाई जाएंगी।