सैंपल बढ़ेंगे तो रिपोर्ट आने में होगी देरी
ऑमीक्रॉन जांच के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट के लिए सैम्पल भुवनेश्वर भेजा जा रहा है, जहां 15 दिन से पहले रिपोर्ट नहीं आती है। रायपुर में दो सरकारी और तीन निजी क्षेत्र लैब में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा है। जैसे-जैसे सैंपल की संख्या बढ़ेगी वैसे-वैसे जांच रिपोर्ट आने की अवधि बढ़ती जाएगी। इस वजह से सैंपल लेना ही कम कर दिया गया है। कई जिले ऐसे हैं जो दूसरे जिलों की लैब के सहारे हैं। उन जिलों में अधिकतर जांच एंटीजन किट से हो रही है।
यहां हो रही आरटीपीसीआर जांच
राजधानी के एम्स और 9 मेडिकल कॉलेजों रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर, अंबिकापुर, महासमुंद, राजनांदगांव, रायगढ़, कोरबा और कांकेर के वॉयरोलॉजी लैब में आरटीपीसीआर जांच हो रही है। बैकुंठपुर में एक लैब में टेस्ट किया जा रहा है। प्रदेश में तीन निजी अस्पतालों की लैब में आटीपीसीआर जांच की मान्यता दी गई है। इस तरह कुल 10 हजार 500 नमूनों की ही जांच क्षमता है।
यहां जांच के लिए हो रही है तैयारी
प्रदेश के पांच जिलों में लैब का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें जशपुर, दंतेवाड़ा, बलौदाबाजार, दुर्ग और जांजगीर में वायरोलॉजी लैब निर्माण चल रहा है। जिसके लिए सीजीएमएससी उपकरण खरीदी की प्रक्रिया कर रही है। अभी प्रदेश में एंटीजन, आरटीपीसीआर के अलावा ट्रू-नॉट मशीनों से जांच हो रही है।
आंकड़ों पर एक नजर
23 जनवरी को कुल टेस्ट, 27 हजार 377, संक्रमण दर 14.03, 3 हजार 841 संक्रमित
22 जनवरी को कुल टेस्ट, 48 हजार 128, संक्रमण दर 11.76, 5 हजार 661 संक्रमित
21 जनवरी को कुल टेस्ट, 47 हजार 124, संक्रमण दर 10.67, 5 हजार 029 संक्रमित
20 जनवरी को कुल टेस्ट, 52 हजार 411, संक्रमण दर 10.78, 5 हजार 649 संक्रमित
19 जनवरी को कुल टेस्ट, 54 हजार 600, संक्रमण दर 10.30, 5 हजार 625 संक्रमित
18 जनवरी को कुल टेस्ट, 50 हजार 258, संक्रमण दर 11.17, 5 हजार 614 संक्रमित
17 जनवरी को कुल टेस्ट, 38 हजार 064, संक्रमण दर 12.02, 4 हजार 574 संक्रमित