12 अगस्त तक प्रदेश में 13552 मरीज रिपोर्ट हुए। वहीं अगस्त के 12 दिनों में 4466 मरीज, यानी 372 मरीज रोजाना। इसी दर से अगले 17 दिनों में 6324 नए मरीज मिल सकते हैं। निश्चित तौर पर 20 हजार का आंकड़ा पहुंचना करीब-करीब तय ही है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि प्रदेश में केंद्र के अगस्त महीने में 63 हजार के अनुमान से कम मरीज मिलेंगे।
जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की तरफ से केबिनेट के समक्ष केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट रखी गई थी, जिसमें छत्तीसगढ़ में अगस्त तक ६३ हजार मरीज मिलने का अनुमान था, जो संभव नहीं है। मगर, आपात स्थिति से निपटने लिए पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रहा है। क्योंकि देखने में यह आया है कि कई बार कोरोना का ट्रेंड अचानक से सारे समीकरण बिगाड़ भी देता है।
रायपुर में ट्रेंड पीक जैसा ही-
जिले में 1 से 12 अगस्त तक 1615 मरीज मिले, जिनमें से 1372 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए। इन आंकड़ों से स्वास्थ्य विभाग का अनुमान है कि अगस्त निर्णायक हो सकता है। कोविड१९ के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. धमेंद्र गहवईं का कहना है कि यह कोरोना का पीक मंथ भी साबित हो सकता है। बसरते आने वाले दो हफ्ते में यही ट्रेंड बना रहे तो…। रायपुर में जितने टेस्ट हो रहे हैं, उस हिसाब से तो मरीज की संख्या २०० के अंदर सीमित हो गई है। बाकी जिलों में स्थिति थोड़ी उलट जरूर है।
इन जिलों में बढ़े मरीज- रायपुर के साथ-साथ दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, बस्तर, बलौदाबाजार और जांजगीर चांपा में काफी बढ़ी है।
अभी इसे पीक नहीं माना जा सकता हैं, हां यह जरूर कहा जा सकता है कि पीक की तरफ बढ़ रहे हैं। केंद्र के आंकलन के अनुसार छत्तीसगढ़ में अगस्त तक ६३ हजार मरीज मिलते, जो किसी स्थिति में मुमकिन नहीं है।
-टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री