इसके बाद इमरजेंसी में आधे घंटे तक चले इलाज के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना से पूरा एम्स प्रबंधन सकते में है क्योंकि मरीज को छुट्टी दिए जाने की खबर दी गई, न वो मनोरोगी थी, न अन्य किसी बीमारी से ग्रसित था। फिर उसने यह कदम क्यों उठाया, इसका जवाब किसी के पास नहीं है? इसके पहले भी एम्स के सी-ब्लॉक की तीसरी मंजिल से कूदकर रायपुर निवासी एक कोरोना मरीज ने आत्महत्या की थी। इन दोनों ही घटनाओं में कोई कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। बहरहाल परिजनों को सूचना दे दी गई है।