किट से 30 मिनट में नतीजे
केंद्र सरकार ने राज्य को साढ़े चार हजार रेपिड किट दी है। इनमें से दो हजार किट शनिवार को कटघोरा पहुंचाई गई। स्थानीय अमले को विशेष प्रशिक्षण दिलवाया गया और जांच भी शुरू हो गई। इस किट के नतीजे 30 मिनट में ही आ रहे हैं। सैंपल को लैब में भेजने की आवश्यकता नहीं है।
कोरबा में रखे जाएंगे मरीज
स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक की अध्यक्षता वाली टीम ने कोरबा कोविड-19 हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। यहां छह वेंटिलेटर हैं। सचिव ने कलेक्टर व सीएमएचओ कहा कि तैयारियां रखें। आवश्यकता पडऩे पर मरीजों, संदिग्धों को यहां रखा जा सकता है।
अब तक चार राज्य स्तरीय समितियां जा चुकी हैं कटघोरा
9 अप्रैल- एक साथ सात लोगों में वायरस की पुष्टि होने पर स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक ने आईडीएसपी के डॉ. कमलेश जैन के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम कटघोरा भेजी। जिसने स्वास्थ्य सचिव को कटघोरा की स्थिति से अवगत करवाया। साथ ही स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य अमले को दिशा-निर्देश दिए।
इसीलिए कम समय में ठीक हो रहे मरीज
स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक ने कहा कि जल्दी बीमारी का पता लग जाने से मरीजों का प्रारंभिक चरण में ही बेहतर इलाज संभव है। अधिकांश संक्रमित लोग युवा हैं, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है इसीलिए इलाज के दौरान वे जल्दी ठीक हो रहे हैं। देर से संक्रमण के बारे में पता चलने पर बीमारी फेफड़ों तक पहुंच जाती है, जिससे सांस लेने में अत्यधिक तकलीफ होती है। स्थिति बिगडऩे पर पहले मरीज को आक्सीजन देना पड़ता है फिर उसे वेंटिलेटर पर रखना पड़ता है।
कंटेनमेंट जोन के सभी घरों का सर्वे पूरा हो चुका है। सैंपलिंग की जा चुकी है। कुछ रिपोर्ट आनी बाकी है। हां, अभी काफी लोग क्वारंटाइन में हैं। जो निगेटिव हैं उनका भी दोबारा जांच करवाई जानी है।
डॉ. अखिलेश त्रिपाठी, उप संचालक एवं प्रवक्ता, स्वास्थ्य विभाग