कोरोना के खिलाफ जारी जंग में बिजली बहुत ही अहम हथियार: नितिन राउत
इधर, पीएम की अपील पर महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने भी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि एक साथ सभी लाइटें बंद होने से डिमांड और सप्लाई में भारी अंतर की वजह से फ्रीक्वेंसी में असर पड़ेगा और ग्रिड भी फेल हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो इसका सीधा असर आपातकालीन सेवाओं पर पड़ेगा। उनके मुताबिक लॉकडाउन के चलते राज्य में बिजली की डिमांड 23 हजार मेगावाट से घटकर 13 हजार पर आ चुकी है। राउत ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर पावर ग्रिड फेल हुई तो ठीक करने में 12 से 16 घंटे लग सकते हैं। इसलिए बिजली मिलती रहे, इसके लिए जरूरी है कि सभी एक साथ लाइटें ना बुझाएं। क्योंकि कोरोना के खिलाफ जारी जंग में बिजली बहुत ही अहम हथियार है।
निगेटिव चीजों और बैक्टीरिया, वायरस आदि को नष्ट करने में प्रकाश की अहम भूमिका
पूजा के समय दीपक जलाने का बड़ा महत्व है। वहीं कई धर्मों में मोमबत्तियां जलाई जाती हैं। वैज्ञानिक नजरिए से प्रकाश का अपना अलग महत्व है। रोशनी में गर्मी तो होती ही है साथ ही यह निगेटिव चीजों को नष्ट भी करती है जैसे बैक्टीरिया, वायरस आदि। वहीं दीये जलाने को सनातन धर्म में काफी महत्वपूर्ण माना गया है। सकारात्मक तौर पर इस कार्य को लेते हुए इसका अर्थ जीवन को प्रकाशित करने से जोड़ा गया है। यह भी मानना है कि दीपक दुख, दारिद्रय और दुर्भाग्य को दूर करता है। शास्त्रों में भी दीया जलाने को महत्व दिया गया है। रोशनी को रक्षा कवच के तौर पर लिया जाता है जिससे सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में निरंतरता रहती है।