जुलाई में ये भी हुआ
जुलाई में रिकवरी रेट 78.6 से गिरकर 65.4 जा पहुंचा है, तो वहीं मृत्यु दर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई। स्वास्थ विभाग का कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी कोरोना की चपेट में आ गया, जो सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जा रहा था। अगर यही सुरक्षित नहीं तो बाकी जगह कहां तक सुरक्षित होंगे।
केंद्र का कोरोना की रफ्तार का फार्मूला फेल
केंद्र सरकार के एक फार्मूले के आधार पर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने जून और जुलाई में मरीजों के मिलने की अनुमान लगाया था। 30 जुलाई तक प्रदेश में 3000 मरीजों के मिलने का अनुमान था, 2 जुलाई को यह आंकड़ा पहुंचा। जुलाई के 31 दिनों में और 3 हजार मरीजों के मिलने का अनुमान था, मिले 6334 मरीज। यहां फार्मूला फेल हो गया। 30 अगस्त तक संक्रमितों की संख्या 20,000 पहुंचने के अनुमान हैं।