‘पत्रिका’ को मिली जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग महिला हॉयपरटेशन, शुगर की मरीज थी। परिजन देर से अस्पताल ले गए। तब तक देर हो चुकी थी। उधर, स्वास्थ्य विभाग के सामने चुनौती यह है कि वह कैसे उन लोगों तक पहुंचे, जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी है? ऐसा नहीं है कि राज्य के पास वैक्सीन नहीं है, 3 लाख से अधिक डोज जिलों में उपलब्ध हैं। गुरुवार को 1.30 लाख से अधिक डोज लगे भी। अक्टूबर में 41 लाख डोज मिलेंगे। आवश्यकता बस यह है कि लोग बीमारी की गंभीरता को समझें और वैक्सीन लगवाएं। क्योंकि इसके बिना संक्रमण से नहीं बचा जा सकता।
फिर एक्टिव मरीज 300 हुए
प्रदेश में बुधवार को जहां 30 मरीज मिले थे, तो वहीं गुरुवार को 32 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। सबसे ज्यादा 6 मरीज बिलासपुर, 5 दुर्ग और 3 मरीज रायपुर में रिपोर्ट हुए। सिर्फ 16 मरीज ही स्वस्थ हुए, इसी वजह से एक्टिव केस 285 से सीधे 300 जा पहुंचे। बिलासपुर में सर्वाधिक 37, रायपुर में 28, दुर्ग और जांजगीर चांपा में 27-27 एक्टिव मरीज हैं। कबीरधाम, गौरेला पेंड्रा मरवाही व सरगुजा में जीरो केस हैं।
स्वास्थ्य विभाग के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. वीआर भगत ने कहा, राज्य में वैक्सीन की कमी नहीं है। सभी नागरिकों से अपील है कि जल्द वैक्सीन लगवाएं, क्योंकि यह बचाव है। इस बात का ध्यान रखें कि दोनों ही एंटीबॉडी बनती है। दूसरा डोज जरूरी है।