पार्क में लगाने के लिए लाखों रुपए खर्च करके ग्रेनाइट की प्रतिमा प्रशासन द्वारा मंगाया गया था। लेकिन, अब तक के प्रतिमा पार्क में लगा ही नही है। पार्क के एक किनारे में प्रतिमा पड़ी है। जहां पर कई प्रतिमा तो जमींदोज हो रहे है। कई प्रतिमा पर पेड़ भी उग गए है। 2013 से अब तक सत्ता परिवर्तन भी हो गया है, लेकिन अब तक इन प्रतिमाओं को स्थापित करने के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
तीरथगढ़ जलप्रपात पूरी तरह सूखा
नाले के किनारे तीरथगढ़ जलप्रपात का दृश्य के साथ ऊपर में रायपुर लिखा हुआ था, जिसमें दो आदिवासियों की कलाकृति भी बनी हंै। लेकिन, अब प्रतिमाएं टूट-फूट गई है। साथ ही पार्क में बना पाथ वे भी अब नजर नहीं आता है। पत्रिका टीम ने जब पार्क का जायजा लेने पहुंची, तो वहां पर चार महिलाएं पार्क में घास की कटाई कर रही थी।
एजाज ढेबर, महापौर
धरमपुरा में पार्क बना है। पर नाला के उस पार होने के कारण नगर निगम में आता है। पार्क हमारे ग्राम पंचायत में नहीं आता इसलिए हम पार्क में कुछ कार्य नहीं कर सकते हैं।
गोपीराम यादव, सरपंच