यह मामला भिलाई के जयंती स्टेडियम का है। जहां युवक अपनी दोस्त के साथ बैठकर बातें कर रहा था तभी अचानक सामने से पुलिस की गाड़ी दिखाई दी। उसमे से 7 लोग उतरे फिर उन दोनों का वीडियो बना मारपीट की। सोंचने वाली बात यह है कि ये लोग पुलिस की गाड़ी का नंबर इस्तेमाल कर रहे थे। इस बात की जानकारी लगते ही पुलिस भी सोंच में पड़ गई। क्रिमिनल्स लोगों को परेशान करने इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं और पुलिस की छवि ख़राब कर रहे हैं।
स्टेडियम में अपनी दोस्त के साथ बैठा युवक ब्लैकमेलिंग का शिकार हो गया। यहां सात ब्लैकमेलर ने पहले उसके साथ मारपीट की, फिर लड़की को वहां से भगाने के बाद युवक को गाड़ी में बैठाकर ले गए। उसे धमकाकर 25 हजार रुपए वसूले। आरोपियों को लड़के ने स्टेडियम के पास पैसा दिया, फिर भी वे लोग उसे गाड़ी में स्टेडियम के आसपास घुमाते रहे। फिर उन्हें दो बार में 10 हजार रुपए और दिए। इसके अलावा आइपॉड भी उससे छीन लिया।
सिद्धार्थ को सातों ने वाहन में बैठाया और खुर्सीपार ले गए। वीडियो दिखाकर सोशल मीडिया पर वायरल की धमकी दी। उसका आईडी कार्ड छीन लिया और उन्होंने धमकाकर 40 हजार रुपए मांगे। तब अपने दोस्त हर्ष को फोन करके बुलाया और 15 हजार रुपए का इंतजाम किया।
प्रभारी भिलाई नगर थाना बीआर मरकाम ने बताया कि युवक की रिपोर्ट पर जुर्म दर्ज किया है। लेकिन वह आइजी से लिखित आवेदन दिया है। उसका कहना है कि झूठी रिपोर्ट लिखा दिया था। इस घटना के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं चाहता।
जिस गाड़ी में उसे ले जाया गया, उसका नंबर सीजी 03 (पुलिस वाहनों की सीरीज) था। अंतिम नंबर 5 लिखा था। इसलिए पुलिस अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने एफआइआर के बाद इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। भिलाईनगर थाना पुलिस ने दुर्ग खंडेलवाल कॉलोनी निवासी सिद्धार्थ कोठारी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ धारा 323 (मारपीट),384 (जबरनपैसा वसूलना), 34 (तीन से ज्यादा लोग) के तहत जुर्म दर्ज किया है। एसएसपी डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि इस मामले आवेदक का मुलाहिजा कराया गया। अपराध दर्ज कर लिया गया है। मामले को विवेचना में लेकर जांच की जा रही है।