सूत्रों के मुताबिक जिस कम्प्यूनिटी स्प्रेड को अब तक रोकने में कामयाबी हासिल हुई थी, उससे खतरा बढ़ गया है। राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि जमात से निकलकर दूसरे राज्यों में गए कई लोगों की मौत हुई है। छत्तीसगढ़ में सभी पर निगरानी रखी जा रही है। सभी की सैंपलिंग के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
सभी मार्गों पर ट्रेङ्क्षसग शुरू- स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने 101 लोगों से अभी शुरुआती पूछताछ की है। इनके बताए अनुसार ट्रेन और प्लेन में यात्रा करने वालों को ट्रेस किया जा रहा है। इनके घरों के सदस्यों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। आस-पास के 50 घरों में सर्वे करवाया जा रहा है। इसके अलावा इन्होंने यहां आकर जिन मस्जिदों में नमाज पढ़ी, उसे भी सर्विंलेंस में लिया गया है। वहां आने वालों को होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई है।
एफआईआर भी करवा सकती है पुलिस
पुलिस विभाग के उच्च सूत्रों के मुताबिक दिल्ली निजामुद्दीन से छत्तीसगढ़ पहुंचने वालों के खिलाफ पुलिस एफआईआर भी दर्ज कर सकती है। क्योंकि यह महामारी रोक कोविड 19 अधिनियम 2020 का सीधा उल्लंघन है। इन पर आईपीसी की धारा 188, 169 और 270 के तहत अपराध दर्ज हो सकता है।
अन्य संप्रदाय के भी लोग- पत्रिका के पास मौजूद 159 लोगों की सूची है, जिसमें सिर्फ जमात के लोग ही नहीं, बल्कि दूसरे सम्प्रदाय के भी लोग शामिल हैं। ये वे लोग हैं जो दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र के आस-पास गए थे, ठहरे थे या फिर जमात के लोगों के संपर्क में आए थे। इनमें रायपुर के लोग बड़ी संख्या में हैं। गौरतलब है कि दिल्ली में आयोजनकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर के आदेश जारी किए गए हैं।
जमात के जलसे में शामिल होने वाले 101 लोगों का पता लगा लिया है, बाकि के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। सूचना स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई है।
-डीएम अवस्थी, डीजीपी, छत्तीसगढ़
केंद्र सरकार से प्राप्त सूची के आधार पर सभी को ट्रेस किया जा रहा है। ये कहां गए, किससे मिले। हर एक व्यक्ति को खोज रहे हैं। अभी रेंडमली सैंपल लेकर जांच करवाई जा रही है।
-डॉ. धमेंद्र गहवईं, राज्य नोडल अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग