स्कूलों खोलने को लेकर अभी तक शासन स्तर पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है, लिहाजा 28 नवंबर को होने वाली कैबिनेट की बैठक में स्कूल खोलने या ना खोलने को लेकर चर्चा की जाएगी। हालांकि मुख्यमंत्री पहले ही ये स्पष्ट कर चुके हैं कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति जब तक सामान्य नहीं होगी, तब तक स्कूल नहीं खोले जायेंगे, वहीं शिक्षा मंत्री भी कई दफा इन्ही बातों को दोहरा चुके हैं। ऐसे में स्कूल खोलने की गुंजाइश तो नहीं के बराबर है। लेकिन बैठक में चर्चा के बाद इस पर कोई विस्तृत जानकारी जरूर आ सकती है।
लग सकता है रात्रिकालीन कफ्र्यू
वहीं कोरोना के मद्देनजर कुछ सख्त फैसले लिये जा सकते हैं। कई राज्यों ने देर रात बाजार में भीड़ देखते हुए नाईट कफ्र्यू का फैसला लिया है। ऐहितियातन उठाये गये कदम के मद्देनजर राज्य सरकार भी कुछ कड़े निर्णय ले सकती है। मास्क की बाध्यता को लेकर सख्त निर्देश के बावजूद कई जगहों पर मास्क का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। उसी तरह से त्योहार की आड़ में सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य गाइडलाइन भी फॉलो नहीं हो रहे हैं। टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने और अस्पतालों में बेड और आक्सीजन की उपलब्धता जैसे मुद्दे पर भी बैठक में चर्चा हो सकती है।