यह होगा डेथ ऑडिट (COVID19 Death Audit) में
डेथ ऑडिट एक प्रकार का इन्वेस्टिगेशन है। मरने वाले व्यक्ति की पूरी हिस्ट्री की पड़ताल की जाती है। संक्रमित होने से पहले वह किस स्थिति में था? संक्रमित कैसे हुआ? प्रारंभिक इलाज से लेकर अंत में जहां उसकी मृत्यु हुई, उस दौरान तक उसे कैसे उपचारित किया गया? डॉक्टर ने क्या उपचार के सभी प्रोटोकॉल का पालन किया या फिर नहीं? पोस्टमार्टम हुआ तो उसमें क्या-क्या कारण सामने आए? मृतक की ट्रीटमेंट फाइल, परिजनों से बातचीत समेत अन्य सभी पहलू पर जांच होगी।
जांच कमेटी में ये सदस्य
डॉ सुभाष पांडे की अध्यक्षता वाली कमेटी में यूनिसेफ के हेल्थ स्पेशलिस्ट डॉ श्रीधर रयवंकी, गहन चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ ओपी सुंदरानी और मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ एमपी महेश्वर को सदस्य नियुक्त किया गया है। यह कमेटी डेथ ऑडिट कर रिपोर्ट राज्य कोरोना एंड कमांड सेंटर की कोरोना कोर कमेटी के सामने रखेगी।
उक्त रक्तचाप शुगर सांस लेने में तकलीफ निमोनिया बिल संबंधी रोग
स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष एवं रायपुर संभागीय संयुक्त संचालक डॉ सुभाष पांडे ने बताया, बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। मौत की वजह अकेले कोरोना रही, ऐसे 33 प्रतिशत ही मामले हैं। निर्धारित बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार होगी।