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COVID19: कोरोना संक्रमण से मरने वालों की होगी जांच, सरकार ने बनाई डेथ ऑडिट कमेटी

locationरायपुरPublished: Aug 07, 2020 12:16:34 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

सरकार ने कोरोना संक्रमण से मौतों के पीछे की स्पष्ट वजह का पता लगाने का निर्णय लिया है। यानी सरकार ने डेथ ऑडिट (Covid19 Death Audit) का फैसला लिया है। स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया।

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रायपुर. छत्तीसगढ़ (Coronavirus Chhattisgarh Update) में बढ़ते कोरोना संक्रमण और इसके बीच संक्रमण से होने वाली मौतों ने सरकार की बेचैनी बढ़ा दी है। स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ा दी है। अब तक 77 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, सबसे ज्यादा मौतें जुलाई में रिपोर्ट हुई। इसलिए अब सरकार ने मौतों के पीछे की स्पष्ट वजह का पता लगाने का निर्णय लिया है। यानी सरकार ने डेथ ऑडिट (Covid19 Death Audit) का फैसला लिया है। स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया।
इसके लिए राज्य स्तरीय 4 सदस्य कमेटी का गठन कर दिया गया है, जिसकी अध्यक्षता रायपुर संभागीय संयुक्त संचालक डॉ सुभाष पांडेय करेंगे। इस ऑडिट का सबसे बड़ा फायदा आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की जान बचाने में मिलेगा। अब विभाग की यही सबसे पहली प्राथमिकता है।
पत्रिका पड़ताल में सामने आया कि प्रदेश में जिन 77 कोरोना संक्रमित मरीजों ने जान गवाई इनमें से सिर्फ 20 ही कोरोना संक्रमित थे। जिन्हें कोरोना संक्रमित होने से पूर्व कोई और बीमारी नहीं थी। जबकि 57 ऐसे मरीज मिले, जो पूर्व में किसी न किसी बीमारी से ग्रसित थे। इलाज के दौरान संक्रमित हुए और फिर उन्होंने दम तोड़ दिया।
यानी की नॉन कोविड मरीज अस्पताल में आकर संक्रमित हो रहे हैं, जो एक बहुत बड़ा खतरा है। विभागीय सूत्र यह भी बताते हैं कि डेथ ऑडिट की रिपोर्ट के आधार पर अगर कोरोना मरीजों के इलाज के प्रोटोकॉल को भी बदलना पड़ा तो बदला जाएगा। देश में दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे बड़े राज्य जहां पर मरने वालों की संख्या काफी अधिक है, वहीं डेथ ऑडिट हो रहे हैं।

यह होगा डेथ ऑडिट (COVID19 Death Audit) में
डेथ ऑडिट एक प्रकार का इन्वेस्टिगेशन है। मरने वाले व्यक्ति की पूरी हिस्ट्री की पड़ताल की जाती है। संक्रमित होने से पहले वह किस स्थिति में था? संक्रमित कैसे हुआ? प्रारंभिक इलाज से लेकर अंत में जहां उसकी मृत्यु हुई, उस दौरान तक उसे कैसे उपचारित किया गया? डॉक्टर ने क्या उपचार के सभी प्रोटोकॉल का पालन किया या फिर नहीं? पोस्टमार्टम हुआ तो उसमें क्या-क्या कारण सामने आए? मृतक की ट्रीटमेंट फाइल, परिजनों से बातचीत समेत अन्य सभी पहलू पर जांच होगी।

जांच कमेटी में ये सदस्य
डॉ सुभाष पांडे की अध्यक्षता वाली कमेटी में यूनिसेफ के हेल्थ स्पेशलिस्ट डॉ श्रीधर रयवंकी, गहन चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ ओपी सुंदरानी और मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ एमपी महेश्वर को सदस्य नियुक्त किया गया है। यह कमेटी डेथ ऑडिट कर रिपोर्ट राज्य कोरोना एंड कमांड सेंटर की कोरोना कोर कमेटी के सामने रखेगी।

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स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष एवं रायपुर संभागीय संयुक्त संचालक डॉ सुभाष पांडे ने बताया, बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। मौत की वजह अकेले कोरोना रही, ऐसे 33 प्रतिशत ही मामले हैं। निर्धारित बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार होगी।

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