script

क्राइम ब्रांच हुआ भंग, अब पुलिसवालों पर बढ़ेगा कामों का दबाव, पॉवर में भी इजाफा

locationरायपुरPublished: Dec 30, 2018 12:02:44 pm

Submitted by:

Deepak Sahu

अपराधियों को पकडऩे में रायपुर सेंट्रल क्राइम ब्रांच का अपना खास रेकॉर्ड रहा है

CGNews

क्राइम ब्रांच हुआ भंग, अब पुलिसवालों पर बढ़ेगा कामों का दबाव, पॉवर में भी इजाफा

रायपुर. अपराधियों को पकडऩे में रायपुर सेंट्रल क्राइम ब्रांच का अपना खास रेकॉर्ड रहा है। कई बड़े मामलों को टीम के अधिकारी और जवानों ने आसानी से सुलझाया है। लेकिन कई मामलों में थाना और क्राइम ब्रांच के बीच टकराहट होती थी। कई थानेदार अपने आप को पॉवरलेस महसूस करते थे।
दूसरी ओर ऐसा भी होता था कि बड़ी घटना होने पर मामला क्राइम ब्रांच के पास चला जाता था और थानेदार अपने दूसरे काम निपटाते थे। अब क्राइम ब्रांच के भंग होने से थानेदारों का काम और पॉवर दोनों बढ़ेगा। शनिवार को रायपुर क्राइम ब्रांच में पदस्थ 80 लोगों को पुलिस लाइन भेजा गया। इसमें एएसपी से लेकर कांस्टेबल तक शामिल थे।
मजबूत करना होगा सूचनातंत्र: क्राइम ब्रांच के रहने से थाना स्तर के स्टाफ को अपना सूचना तंत्र और मजबूत करना होगा। पहले क्राइम ब्रांच की टीम ही अपना सूचनातंत्र मजबूत करने में लगी रहती थी।
अब थानेदादर और अन्य स्टाफ को भी अपने नेटवर्क को बढ़ाना पड़ेगा। कई थाना प्रभारियों का अपने इलाके में अच्छा सूचनातंत्र भी नहीं बन पाया है।

टेक्निकल टीम करेगी अपना काम: क्राइम बांच की टेक्निकल टीम अपना काम करती रहेगी। ऑनलाइन फ्रॉड, एटीएम फ्रॉड और साइबर क्राइम से जुड़े मामलों की जांच क्राइम ब्रांच की टेक्नीकल टीम करती थी। यह टीम अपना काम करती रहेगी। थानों में आने वाले शिकायतों की टेक्नीकल जांच का मामला इसी टीम के पास आएगा।
सभी मामले देखने होंगे: अभी तक थाने का स्टॉफ किसी अपराधिक मामले में लिखा-पढ़ी के काम तक ही सिमटा रहता था। अपराधियों को पकडऩे के लिए क्राइम ब्रांच की टीम काम करती थी। अब थानों के स्टॉफ को अपराधी को पकडऩे के अलावा वीआइपी ड्यूटी, लॉ एंड आर्डर और विवेचना संबंधी सभी कार्य करने पड़ेंगे।

बीट पुलिसिंग होगी मजबूत
शहर में अब बीट पुलिसिंग और मजबूत होगी। थानों में बीट में तैनात जवानों को अपना सूचनातंत्र और आम लोगों में पकड़ बढ़ानी होगी। क्राइम ब्रांच के चलते बीट पुलिसिंग में थानेदारों का ज्यादा फोकस नहीं रहता था। इससे उन इलाकों से अपराध संबंधी सूचनाएं भी पुलिस को नहीं मिल पाती थी।

ट्रेंडिंग वीडियो