महिला और उनका एक बेटा एक ही बिस्तर पर पड़े मिले थे। दूसरा बेटा किचन में फर्श पर मिला। घटना से पूरा गांव सदमे में है। मृतका खाते से पैसा निकलने की शिकायत करने के लिए अपने दामाद को बुलाया था। और उसी रात घटना हो गई। पुलिस मृतका के दामाद से पूछताछ कर रही है।
दरअसल, ट्रिपल मर्डर की यह घटना उरला इलाके की है। पुलिस के मुताबिक ग्राम बाना निवासी दुलोरीन बाई (38) अपने बेटे सोनू निषाद (12), संजय निषाद (9) और बेटी मनीषा (17) के साथ रहती थी। सभी रात करीब 9 बजे खाना खाकर सो गए। संजय और दुलोरीन एक ही कमरे में थे। इस बीच किसी ने घर में प्रवेश किया और सोते हुई महिला के सिर पर धारदार हथियार से हमला किया। इससे उनकी मौत हो गई।
इसी तरह संजय के सिर पर भी वार किया गया। उसकी भी मौत हो गई। चीख-पुकार सुनकर सोनू जाग गया। हत्यारे ने उसे भी पकड़ा और उसके सिर पर वार करके हत्या कर दी। इसके बाद उनके शव पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर जला दिया। इससे उनके शरीर का कुछ हिस्सा जल पाया। आग से बिस्तर व अन्य सामान जल गए हैं। कमरे में संघर्ष के निशान मिले हैं। महिला के गले का माला टूटकर बिखर गया है।
दामाद ने दी सूचना
पुलिस को दिए बयान के मुताबिक मृतका दुलोरीन का दामाद चंद्रकांत रात करीब 9.30 बजे खाना खाने के बाद मुर्रा गांव में नाचा देखने चला गया था। सुबह 5 बजे लौटा, तो घर का दरवाजा बंद था। उसने दरवाजा को धक्का दिया और भीतर घुसा। भीतर तीनों का जला हुआ शव देखकर वह सदमे में आ गया। और बाहर निकलकर सड़क में गिर पड़ा। इसके बाद अन्य रिश्तेदारों को घटना की जानकारी हुई।
एफआईआर कराने बुलाया था दामाद को
दुलोरीन बाई के बैंक खाते से किसी ने पिछले माह 1 लाख 40 हजार रुपए निकाल लिया था। बैंक पासबुक अपडेट कराने पर इसकी जानकारी हुई थी। इसकी शिकायत थाने में करने के लिए उन्होंने पाटन के ग्राम पीटकोना में रहने वाले अपने दामाद चंद्रकांत को बुलाया था। वह उसके साथ थाने जाने वाली थी।
चंद्रकांत के मुताबिक वह बुधवार सुबह 9 बजे गांव पहुंच गया था। लेकिन किसी काम के चलते दुलोरीन थाने नहीं गई। गुरुवार को थाने में शिकायत करने वाले थे। शाम को गांव में एक व्यक्ति के घर खाना-पीना का निमंत्रण था। शाम को दुलोरीन वहां चली गई। शाम 7 बजे चंद्रकांत शराब पीकर लौटा और उसने दुलोरीन से मछली बनाने के लिए कहा।
दुलोरीन दूसरे के घर खाना खाकर आई थी। इस कारण खाना बनाने से मना कर दिया। चंद्रकांत ने खाना बनाकर खाया। फिर रात करीब 9.30 बजे वह नाचा देखने चला गया था। मृतका की बेटी मनीषा दोपहर में ही मुर्रा गांव चली गई थी। इस कारण घर में केवल महिला और उसके दो बेटे ही रह गए थे।
शक के घेरे में दामाद
पुलिस के मुताबिक चंद्रकांत ही दुलोरीन के बैंक व अन्य सभी कार्य करता था। उनके बैंक खाते से 1 लाख 40 हजार रुपए का आहरण अभनपुर के एक एटीएम से हुआ है। पुलिस चंद्रकांत से शक के आधार पर पूछताछ कर रही है। चंद्रकांत के दोपहिया वाहन में भी खून के दाग लगे मिले हैं। मनीषा मृतका की सौतन की सबसे छोटी बेटी है। मनीषा की पहली मां की मौत हो चुकी है।
पहली तनख्वाह भी नहीं ले पाई मृतका
दुलोरीन के पति की मौत मार्च 2019 में सड़क दुर्घटना में हो गई थी। उनके स्थान पर दुलोरीन को पीडब्ल्यूडी में अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। वह रोड निर्माण में काम करती थी। करीब डेढ़ माह से वह काम कर रही थी। अभी पहली तनख्वाह भी उन्हें नहीं मिली थी। फिलहाल उरला पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।