इस पर रोक लगाने के लिए रेलवे सुरक्षा अमला और रेलवे कामर्शियल स्टॉफ सख्त बरतने के बजाय खानापूर्ति करने में जुट हैं। रविवार की रात कार पार्किंग में एक न्यूरो सर्जन ठेकेदार की गुंडागर्दी का शिकार हो गया। इस मामले में जीआरपी पुलिस ने आरोपी ठेकेदार के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उसे मुचलके पर छोड़ दिया।
रेलवे की कार पार्किंग में दो ठेकेदारों के बीच हमेशा तनाव की स्थिति बनी हुई है। दोनों ठेकेदार अपने-अपने हिस्से की जगह में वसूली करने के लिए पूरी ताकत झोंक दिए हैं, क्योंकि स्टेशन में इस समय आवाजाही काफी बढ़ गई है। जीआरपी थाने के अधिकारियों का कहना है कि बोरियाखुर्द निवासी डॉ. विनय जायसवाल के बाएं हाथ में बियर की बोतल मार कर घायल कर दिया।
जबकि डॉक्टर की गलती इतनी सी थी कि गाड़ी प्लेटफार्म पर आने वाली थी, सो जल्दी-जल्दी में कार खड़ी कर वह अपनी बुआ को ट्रेन में बिठाने के लिए निकल गए। वापस लौटे तो पार्किंग ठेकेदार गाली-गलौज करते हुए मारपीट पर उतारू हो गया। इस मामले में डॉक्टर की शिकायत पर जीआरपी पुलिस ने आरोपी ठेकेदार के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उसे मुचलके पर छोड़ दिया।