पुलिस के मुताबिक 12 फरवरी 2021 को रायपुर के सड्डू से बरौदा मार्ग के नाले में कुबेर साहू का शव मिला था। शव डिकंपोज हो चुका था। मृतक कुबेर त्रिमूर्ति नगर का रहने वाला था। वह घर से 5 फरवरी को साइकिल से निकला था। घटना स्थल पर मृतक की साइकिल, मोबाइल और आठ हजार रुपए नहीं मिले थे। इससे पुलिस को हत्या का संदेह हुआ। पीएम रिपोर्ट में सिर में गंभीर चोट से मौत का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की। जांच के दौरान उसके करीबी दोस्त किशन कुम्हार पर संदेह हुआ। पुलिस ने किशन के अलावा उसके मौसेरे भाई बबलू नायक और अंकित तांडी को गिरफ्तार किया। किशन ने स्वीकार किया कि बबलू और अंकित के साथ मिलकर कुबेर की हत्या कर दी थी। इसके बाद शव को छुपाने के लिए नाले में फेंक दिया था। हत्या से पहले उसे शराब पीने के लिए किशन ने बुलाया और रात में शराब पी। शराब पीने के बाद उसे सड्डू के खालबाड़ा लेकर आए। वहां फिर शराब पीए। इसके बाद अपनी बहन की खुदकुशी का जिम्मेदार मानते हुए किशन और उसके साथियों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को ठिकाने लगा दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
यह थी वजह
करीब 3 माह पहले किशन की बहन की शादी कुबेर के दोस्त से होने वाली थी। लेकिन युवक ने शादी करने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसी दिन किशन की बहन ने खुदकुशी कर ली। दरअसल जिससे युवती की शादी होने वाली थी, वह कुबेर का दोस्त था। इस कारण उसकी मौत के लिए कुबेर को भी जिम्मेदार माना जा रहा था। किशन ने इसका बदला लेने के लिए प्लानिंग के तहत कुबेर को शराब पीने के लिए आंबेडकर अस्पताल के पास बुलाया। वहां शराब पीने के बाद दोनों खालबाड़ा पहुंचे और उसकी हत्या कर दी।
करीब 3 माह पहले किशन की बहन की शादी कुबेर के दोस्त से होने वाली थी। लेकिन युवक ने शादी करने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसी दिन किशन की बहन ने खुदकुशी कर ली। दरअसल जिससे युवती की शादी होने वाली थी, वह कुबेर का दोस्त था। इस कारण उसकी मौत के लिए कुबेर को भी जिम्मेदार माना जा रहा था। किशन ने इसका बदला लेने के लिए प्लानिंग के तहत कुबेर को शराब पीने के लिए आंबेडकर अस्पताल के पास बुलाया। वहां शराब पीने के बाद दोनों खालबाड़ा पहुंचे और उसकी हत्या कर दी।
मोबाइल ने खोला राज
कुबेर की हत्या के बाद उसका मोबाइल बबलू ने अपने पास रख लिया और उसका सिम निकालकर फेंक दिया। और किसी और को बेच दिया था। सायबर सेल ने मोबाइल के आईएमईआई नंबर को ट्रेस किया, तो उस मोबाइल में दूसरा नंबर चलता मिला। पुलिस ने इस नंबर के संचालक मोहम्मद यासीन खान को पकड़ा और पूछताछ की। उसने बताया कि मोबाइल को उसने सैय्यद नईम अली से लिया है। पुलिस नईम के पास पहुंची। नईम ने बताया कि उसने यह मोबाइल मोवा निवासी प्रेम शर्मा से खरीदा है। पुलिस ने प्रेम शर्मा को पकड़ा, तो उसने बताया कि खमतराई निवासी अजय बांधे से मोबाइल लेने का खुलासा किया। पुलिस ने अजय को पकड़ा, तो उसने बताया कि मोबाइल सड्डू के बबलू नायक से खरीदा है। इसके बाद पुलिस ने बबलू को उठाया। बबलू से कड़ाई से पूछताछ हुई, तो उसने किशन का नाम उगला। पुलिस ने किशन और बबलू से पूछताछ की। इसके बाद आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार किया।
कुबेर की हत्या के बाद उसका मोबाइल बबलू ने अपने पास रख लिया और उसका सिम निकालकर फेंक दिया। और किसी और को बेच दिया था। सायबर सेल ने मोबाइल के आईएमईआई नंबर को ट्रेस किया, तो उस मोबाइल में दूसरा नंबर चलता मिला। पुलिस ने इस नंबर के संचालक मोहम्मद यासीन खान को पकड़ा और पूछताछ की। उसने बताया कि मोबाइल को उसने सैय्यद नईम अली से लिया है। पुलिस नईम के पास पहुंची। नईम ने बताया कि उसने यह मोबाइल मोवा निवासी प्रेम शर्मा से खरीदा है। पुलिस ने प्रेम शर्मा को पकड़ा, तो उसने बताया कि खमतराई निवासी अजय बांधे से मोबाइल लेने का खुलासा किया। पुलिस ने अजय को पकड़ा, तो उसने बताया कि मोबाइल सड्डू के बबलू नायक से खरीदा है। इसके बाद पुलिस ने बबलू को उठाया। बबलू से कड़ाई से पूछताछ हुई, तो उसने किशन का नाम उगला। पुलिस ने किशन और बबलू से पूछताछ की। इसके बाद आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार किया।
आरोपी किशन ने अपने साथियों के साथ योजना बनाकर कुबेर की हत्या की। किशन अपनी बहन की मौत का जिम्मेदार कुबेर को मानता था।
– बृजेश तिवारी, टीआई, विधानसभा, रायपुर
– बृजेश तिवारी, टीआई, विधानसभा, रायपुर