जब आमदनी तय तो फिर टेंडर क्यों
इस मामले में संजय श्रीवास्तव ने कहा कि ईडब्ल्यूएस और एलआईजी फ्लैट्स लेने के लिए आमदनी पहले से तय की गई है। जब सरकार ने आमदनी तय कर दी है इसके बाद बोली या टेंडर सिस्टम का मतलब नहीं रह जाता है। वैसे भी आरडीए नो-लॉस, नो प्राफिट वाली संस्था है। इस मामले में कांग्रेस नेता पंकज शर्मा का कहना है कि ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स का टेंडर सिस्टम नहीं किया जा सकता है। यह नियमों के खिलाफ है। हमने इसके खिलाफ आवाज भी उठाई है।
आरडीए ने बदली तारीख
आरडीए ने कमल विहार के एलआईजी फ्लैट्स में निविदा के लिए तारीख में संशोधन किया है। अब 22 जनवरी के स्थान पर 12 फरवरी को निविदा की तारीख तय की गई है। आरडीए के मुख्य कार्यपालन अधिकारी भीम सिंह की ओर से जारी सूचना के मुताबिक कमल विहार के एलआईजी फ्लैट्स के निविदा तारीख को फरवरी महीने के लिए आगे बढ़ाया गया है।
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