सीआरपीएफ और राज्य पुलिस ने सुकमा के किस्टाराम, चिंतागुफा, बुरकापाल, दोरनापाल, गोलापल्ली, कोंटा, बीजापुर के बासागुड़ा, सारकेगुड़ा, पामेड़ और दंतेवाड़ा के कोंडासावली क्षेत्र के कैंपों और उसके आसपास के इलाकों में ड्रोन को उड़ते हुए अक्सर देखा है। तीनों ही जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों में सीआरपीएफ, डीआरजी और कोबरा के जवानों को तैनात किया गया है।
सीआरपीएफ ने जताई चिंता
सीआरपीएफ ने राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (एनटीआरओ) से भी जानकारी मांगी थी। उनकी रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय और सीआरपीएफ मुख्यालय को भेजी जा चुकी है। कैंपों में जैमर मशीन लगाने का भी प्रस्ताव भेजा गया है। सीआरपीएफ के प्रवक्ता बीसी महापात्रा ने कहा, सभी कैंप प्रभारियों और ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों से जानकारी मांगी गई है। उन्हें ड्रोन से सतर्क रहने के निर्देश भी दिए गए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद उसे मुख्यालय भेजा जाएगा। ड्रोन देखे जाने के बाद सुकमा स्थित एनटीआरओ के अफसरों से जानकारी मांगी गई थी। लेकिन, उन्होंने रात के समय किसी भी तरह का ड्रोन उड़ाने से इनकार कर दिया है।