थोक सब्जी कारोबारियों के मुताबिक राजधानी में लगभग 300 से 350 टन सब्जियों की आवक हर दिन घट चुकी है। इसकी बड़ी वजह भारी-भरकम कीमतें हैं। एक महीने पहले जहां टमाटर प्रति कैरेट 250 रुपए (25 किलो) तक मिल रहा था, वहीं अब यह कीमत बढकऱ 650 रुपए तक पहुंच चुका है। धनिया की कीमत प्रति किलो 70 से 80 रुपए थोक में है, वहीं चिल्हर बाजार में यह कीमत 120 से 130 रुपए हैं।
सब्जी कारोबारियों ने बताया कि बीते वर्ष अप्रैल महीने में बैगन की कीमत प्रति किलो लगभग 5 रुपए थी, जो कि अब बढकऱ 20 से 22 रुपए थोक में हो चुकी है। कई सब्जियों की कीमतों में तीन से चार गुणा महंगाई देखी जा रही है। नासिक से टमाटर की आवक रोजाना 8 से 10 ट्रक है, जो कि कीमत कम रहने पर 20 से 22 ट्रक रहती थी।
यहां से आ रही सब्जी
फूलगोभी-मध्यप्रदेश
परवल- पं. बंगाल
मुनगा-राजस्थान, गुजरात
टमाटर-महाराष्ट्र
20-22 ट्रक (लगभग 400-440 टन) महंगाई के बाद आवक
30-35 ट्रक (600-700 टन) सामान्य दिनों में
डूमरतराई के श्रीराम थोक सब्जी व्यापारी संघ के अध्यक्ष श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि सब्जियों की आवक जबरदस्त घटी है। इसकी बड़ी वजह महंगाई है। प्रदेश में स्थानीय उत्पादन इस साल काफी घट चुका है, वहीं अन्य प्रदेशों में भी महंगाई है, जिसकी वजह से सामान्य दिनों की अपेक्षा आवक में लगभग प्रतिदिन 300 से 350 टन की गिरावट आई है।
Chhattisgarh से जुड़ी
Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें
Facebook पर Like करें, Follow करें
Twitter और
Instagram पर ..
CG Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ातरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें
patrika Hindi News