शुभारंभ पर देश-विदेश से आने वाले कलाकार अपने पारम्परिक परिधानों में मार्च पास्ट करेंगे। इस महोत्सव में देश के 23 राज्यों के 151 दलों के लगभग 1400 कलाकार हिस्सा लेंगे। महोत्सव में कलाकारों के ऑनलाइन पंजीयन की सुविधा उपलब्ध है। अब तक १310 कलाकारों ने पंजीयन किया है।
संस्कृति विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने बताया कि महोत्सव में कलाकारों द्वारा विवाह, फसल कटाई, पारंपरिक त्योहार और अन्य अवसरों पर किए जाने वाले आदिवासी नृत्यों का प्रदर्शन किया जाएगा।
आयोजन स्थल में लगभग 4000 लोगों की बैठक व्यवस्था की जा रही है। आयोजन स्थल पर शिल्प ग्राम, फूड जोन, पुस्तक प्रदर्शनी, वनोपज उत्पाद, औद्योगिक प्रोत्साहन, छत्तीसगढ़ का इतिहास, छत्तीसगढ़ी व्यंजन, गांधी यात्रा आदि की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
इस महोत्सव के लिए मुख्यमंत्री को निमंत्रण भेजने का सिलसिला अभी भी जारी है। इसी के तहत गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बुधवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में वहां के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की और महोत्सव में आने का निमंत्रण दिया। वहीं स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को महोत्सव का निमंत्रण दिया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह जानकर प्रसन्नता व्यक्त की छत्तीसगढ़ सरकार प्रभु राम की माता कौशल्या जी के मंदिर का जीर्णोद्धार करने जा रही है और साथ ही साथ प्रभु राम वन गमन परिपथ के निर्माण का भी कार्य कर रही है। उन्होंने सलाह दी है कि भविष्य में माता कौशल्या मंदिर परिसर चंदखुरी में कोई ऐसा आयोजन किया जाए जिसमें उत्तरप्रदेश सरकार की सहभागिता भी सुनिश्चित हो सके। इस अवसर पर उन्होंने कुंभ पर आधारित पुस्तिका भी स्कूल शिक्षा मंत्री को भेंट की। इस अवसर पर संचालक समग्र शिक्षा पी. दयानंद और आरपी सिंह मौजूद थे।