स्पैम ईमेल, हैकिंग, फिशिंग (जानकारी समाप्त करना ), वायरस फैलाना, सॉफ्टवेयर पाइरेसी, फर्जी बैंक कॉल करना, सोशल नेटवर्र्किंग साइटों पर अफवाह फैलाना, साइबर बुलिंग (सोशल मीडिया में कमेंट और धमकी देना ), जानकारी चोरी करना, जानकारी मिटाना, फेर बदल करना, बाहरी नुकसान पहुंचाना। यह सभी काम साइबर अपराध की श्रेणी में आते है।
कंप्यूटर, मोबाइल व सोशल मीडिया के लिए मजबूत पासवर्ड बनाएं। नवीनतम एंटी वायरस एवं फायर बॉल का प्रयोग करें। केवल विश्वसनीय वेबसाइट से ही नि:शुल्क सॉफ्टवेयर डाउनलोड करें। महत्वपूर्ण डाटा का नियमित बैकअप जरूर रखें। मोबाइल का 15 अंकों का ईएमईआई नंबर अपने पास सुरक्षित रखें। मोबाइल को पैटर्न लॉक/फिंगर प्रिंट लॉक पासवर्ड युक्त रखें। 8 वर्ड का पासवर्ड बनाए। पासवर्ड में अपर व लोअर केस, संख्या व स्पेशल कैरेक्टर का प्रयोग करें। पैसे निकासी के बाद की-बोर्ड का कैंसिल बटन जरूर दबाएं। व्हाटसएप के प्राइवेसी सेटिंग में अपनी प्रोफाइल पिक्चर को रेस्ट्रीकट रखें। इन कामों को ना करेंफाइल शेयरिंग ऑप्शन को बंद करना न भूलें। लैपटॉप व डेस्कटॉप को कभी भी असुरक्षित न छोड़ें। किसी सॉफ्टवेयर का पायरेटेड कॉपी का इस्तेमाल नहीं करें। अनजान डिवाइस को अपने कंप्यूटर के साथ न जोड़ें। अपने मोबाइल को कभी भी असुरक्षित न छोड़ें। मोबाइल एप्लीकेशन को अनावश्यक ऑन नहीं रखें। पूर्व में प्रयोग किए गए पासवर्ड का दोबारा प्रयोग न करें। पासवर्ड अपने नाम, जन्मतिथि, जन्मस्थान से न बनाएं। भुगतान के समय कार्ड स्वाइप मशीन का प्रयोग खुद करें। व्यक्तिगत फोटो या जानकारी सोशल साइट पर साझा न करें।