भारतीय थल सेना में राजनांदगांव की बेटी वंशिका पांडे छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट बनने का गौरव हासिल किया है। वंशिका पांडे ने चेन्नई स्थित आफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में शनिवार को आयोजित पास आऊट परेड में कमीशन प्राप्त किया है।
रायपुर
Updated: August 02, 2022 06:33:55 pm
राजनाँदगाँव। भारतीय थल सेना में महिला लेफ्टिनेंट बनने का गौरव हासिल करने के बाद राजनांदगांव की बेटी वंशिका पांडे घर आई, तो उनका स्वागत करने परिजनों के साथ पूरा शहर उमड़ पड़ा। परिजनों के अलावा जनप्रतिनिधि सहित अन्य लोग दिनभर पहुंचे। उन्होंने यह उपलब्धि हासिल कर न केवल अपने माता-पिता और नगर और राज्य का नाम रौशन किया है, बल्कि युवाओं के लिए वे प्रेरणा स्त्रोत भी बनी गई हैं। महापौर हेमा देशमुख उनके निवास स्थान जूनी हटरी पहुंचकर बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
भारतीय थल सेना में राजनांदगांव की बेटी वंशिका पांडे छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट बनने का गौरव हासिल किया है। वंशिका पांडे ने चेन्नई स्थित आफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में शनिवार को आयोजित पास आऊट परेड में कमीशन प्राप्त किया है। इससे पहले वह 11 महीनों का कठिन ट्रेनिंग से गुजरी है। अपने पोस्टिंग स्थल पर जाने से पहले वे रविवार रात 2 बजे के करीब वह राजनांदगांव पहुंची। वंशिका पांडे ने बताया कि जबलपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद केंट एरिया और आर्मी का लोकेशन देखने से उन्हें सेना में जाने की प्रेरणा मिली और 11 महीनों की कठिन ट्रेनिंग के बाद लेफ्टिनेंट के पद पर पास आऊट हुई। इसके बाद वह शहर पहुंची, तो बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।
राजनांदगांव की बेटियां भी कम नहीं- अजय पांडे
वंशिका की माता सरला पांडे गृहणी हैं। वहीं पिता अजय पांडे व्यवसायी हैं। वंशिका के माता पिता ने इस उपलब्धि को गौरव की बात बताया है। पिता ने कहा कि वंशिका शुरू से अलग थी, कुछ हटकर करेगी ऐसा शुरू से लगता था। अब अपनी बेटी के नाम से जाने जा रहे हैं, यह एक पिता के लिए बेहद गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव की बेटियां भी कम नहीं हैं।
18 हजार परीक्षार्थी हुए थे परीक्षा में शामिल
वंशिका ने मेकनिकल इंजीनियरिंग में पूरे देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया था। इसके बाद एसएससी की परीक्षा में शामिल हुई। इस परीक्षा में 18 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसके बाद उन्हें सेना ने साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। आज वंशिका पांडे लेफ्टिनेंट बनकर राजनांदगांव लौटी हैं।
राज्य का प्रतिनिधित्व करने का मौका
वंशिका ने बताया ट्रेनिंग के दौरान उन्हें कई बार लगा कि वे लौट जाए, लेकिन इस समय उसका फैमिली सपोर्ट ने मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ व राजनांदगांव को रिप्रजेंट करने को लेकर बेहद गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। मुझे दौड़ना नहीं आता था, वहां 25 किमी का सफर तय करना पड़ा।
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