कैदी की मौत मामले की जांच कर लौटी भाजपा की विधायक दल ने बुधवार को जांच रिपोर्ट सौंपी दी है। ननकी राम कवर की अध्यक्षता वाली जांच टीम कि रिपोर्ट में रमेश कुमार की कस्टडी में हत्या होने की बात सामने आई है। रिपोर्ट में जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उससे ये साफ जाहिर होता है कैदी की पुलिस कस्टडी में हत्या हुई है।
भाजपा जांच समिति में शामिल विधायक सौरभ सिंह ने बताया कि पुलिस का कहना है विचाराधीन कैदी रमेश कुमार और अशोक कुमार जेल से भागने का प्रयास कर रहे थे। जेल की 30 फीट ऊंची दीवार फांदते समय गिरने से दोनों घायल हो गए जिसमे रमेश कुमार की मौत हो गई।
विधायक सौरभ सिंह ने बताया कि पुलिस का कहना है कि विचाराधीन कैदी बैरक की छत से दौड़ कर दीवार फांद रहे थे जो असम्भव है, क्योंकि बैरक से दीवार की दूरी 30 फीट से ज्यादा होती है। पुलिस दोनों आरोपी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गई, जहां से रमेश कुमार को ये कहकर वापस जेल ले गई कि वह ठीक है, लेकिन 9 घंटे बाद रमेश की मौत हो जाती है।
विधायक दल ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कैदी की मौत को पुलिस कस्टडी में हत्या होना बताया है, जिसकी पार्टी जांच की मांग करती है।
Death in Custody से जुड़ी खबरें यहां पढ़िए
Chhattisgarh से जुड़ी
Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें
Facebook पर Like करें, Follow करें
Twitter और
Instagram पर या Download करें patrika
Hindi News App.