20 मार्च को स्थगित हुई थी परीक्षा
प्रदेश में कोरोना संक्रमण काल के मद्देनजर उच्च शिक्षा विभाग ने 20 मार्च से विश्वविद्यालय की परीक्षा स्थगित कर दी थी। परीक्षा स्थगित होने से प्रदेश के विश्वविद्यालयों में पढऩे वाले 6 लाख से ज्यादा छात्रों का भविष्य बीच में अटक गया है। सबसे ज्यादा परेशानी फाइनल ईयर के छात्रों को है। इन सभी छात्रों और विवि प्रबंधन की परेशानी दूर हो सके, इसलिए उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी जल्द आदेश जारी करने की बात कर रहे हैं।
मास्क लगाना शुरु होगी
विवि की परीक्षा शुरु होने का आदेश अब तक नहीं हुआ है। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो परीक्षा संबंधी आदेश निकलने के बाद विवि प्रबंधन को और उनके अधीनस्थ कॉलेजों को परीक्षा केंद्रों को सेनीटाइज कराना होगा। परीक्षा केंद्र पहुंचने वाले सभी छात्रों को मास्क लगाना जरूरी होगा। परीक्षा केंद्र के बाहर सेनीटाइज, साबुन और तौलियों की व्यवस्था करनी होगी। विवि प्रबंधन और उनके अधीनस्थ महाविद्यालयों ने अपने-अपने स्तर पर परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी है।
परीक्षा को लेकर विवाद जारी
परीक्षा स्थगित होने के बाद युवा नेताओं ने इसे लेकर राजनीति शुरू कर दी है। प्रदेश में एनएसयूआई विश्वविद्यालय की परीक्षा के संबंध में जनरल प्रमोशन या कुल अंक में २० अंक बोनस के रुप में देने की बात कर रहा है। इसी के विपरीत दूसरी ओर अभविप के पदाधिकारी यूजीसी की गाइड लाइन के तहत जुलाई तक रुकने की बात कह रहे है। इन बातों को लेकर एनएसयूआई और अभविप में टकराव चल रहा है। जिसका असर सोशल मीडिया में देखने को भी मिल रहा है।
विश्वविद्यालय की परीक्षा के संबंध में राज्य सरकार के आदेश का इंतजार है। राज्य सरकार का निर्णय अंतिम होगा और उसकी आधार पर परीक्षा की स्थिती तय होगी।
-शारदा वर्मा, आयुक्त
उच्च शिक्षा विभाग