मरवाही उपचुनाव: कांग्रेस-भाजपा छोड़ बाकी सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त, यहां देखिए डिटेल
गुरु घासीदास अंलकरण सम्मान घोषित किए जाने की मांग को लेकर घरने पर बैठे पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शाम पार्टी कार्यालय पहुंचे। तब तक मध्यप्रदेश के नतीजे पक्ष में आ चुके थे। बिहार में भी पार्टी आगे चल रही थी। इन नतीजों पर जश्र का माहौल बनना शुरू हुआ और फिर जमकर पटाखे फूटे। कार्यकर्ताओं ने मिठाईयां बांटी।18 साल का जोगी वर्चस्व खत्म, कांग्रेस के हाथ में मरवाही, पांच माह से कांग्रेसी कर रहे थे फिल्डिंग
मगर, बिहार चुनाव के ऊपर-नीचे जाते परिणामों ने थोड़ा उत्साह जरूर ठंडा किया, क्योंकि एक समय एनडीए आगे निकल चुकी थी, मगर जैसे-जैसे वोटों की गिनती आगे बढ़ी सीटें कम होती चली गई। पदाधिकारी कहने लगे कि ये पटाखे एमपी की जीत के हैं, न की बिहार…। बिहार के नतीजे अभी आने दीजिए, दोगुना जश्र मनेगा। मगर, रात होते-होते पार्टी कार्यालय में चंद कार्यकर्ता ही बचे थे। देर रात तक बिहार के नतीजे आते रहे और सांसें ऊपर नीचे होती रहीं।