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चार राज्यों ने बढ़ाया केंद्र के समान डीए, छत्तीसगढ़ में करना होगा लंबा इंतजार

locationरायपुरPublished: Aug 02, 2021 07:53:28 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

छत्तीसगढ़ के करीब तीन लाख कर्मचारियों के लिए केंद्र के समान डीए बढ़ने का इंतजार लंबा होता नजर आ रहा है। राज्य सरकार ने प्रथम अनुपूरक बजट में इसके लिए कोई राशि नहीं रखी है।

Inflation is yet to hit, know what will be expensive

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रायपुर. छत्तीसगढ़ के करीब तीन लाख कर्मचारियों के लिए केंद्र के समान डीए बढ़ने का इंतजार लंबा होता नजर आ रहा है। राज्य सरकार ने प्रथम अनुपूरक बजट में इसके लिए कोई राशि नहीं रखी है। इसे कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। अब कर्मचारियों को शीतकालीन सत्र का इंतजार है।
माना जा रहा है कि इस सत्र में भी सरकार अनुपूरक बजट लाएगी और कर्मचारियों को उम्मीद है कि इसमें उनके लिए कुछ राहत मिलेगी। इससे पहले कर्मचारी संगठन सरकार पर दवाब बनाने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन राजधानी में न्याय सभा करने जा रही है। बता दें कि अब तक चार राज्यों ने केंद्र के समान डीए देने की पहल शुरू कर दी है।

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कर्मचारी नेताओं ने बताया कि सबसे पहले राजस्थान सरकार ने अपने कर्मचारियों को केंद्र के समान डीए देने की घोषणा की है। इसके बाद उत्तरप्रदेश, हरियाणा और छत्तीसगढ़ के साथ गठित झारखंड राज्य ने भी इसकी घोषणा कर दी है। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भाजपा सरकार से केंद्र के समान डीए देने की मांग उठाई है। जबकि ठीक इसके विपरीत छत्तीसगढ़ सरकार अपने कर्मचारियों को इंतजार करवा रही है।

300 करोड़ का नुकसान
केंद्र सरकार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर डीए पुनरीक्षित करता है। इसके आधार पर राज्य सरकारें भी अपने कर्मचारियों के डीए में वृद्धि करती है, लेकिन प्रदेश के कर्मचारियों का डीए जनवरी 2019 के बाद से नहीं बढ़ा है। इससे कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। कर्मचारी नेताओं का दावा है कि सरकार की अनदेखी से प्रदेशभर के कर्मचारियों को लगभग 300 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

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होगी वादा निभाओ आंदोलन की शुरुआत
छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन 8 अगस्त को राजधानी में न्याय सभा करेगी। इसके तहत अगस्त क्रांति दिवस के पूर्व संध्या पर फेडरेशन से संबद्ध संगठनों के प्रांताध्यक्ष, महामंत्री, संभाग प्रभारी, संभाग संयोजक एवं जिला संयोजक राजधानी स्थित बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर वादा निभाओ प्रतीकात्मक आंदोलन करेंगे।

फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा, महामंत्री आरके रिछारिया, मुख्य प्रवक्ता विजय झा ने कहा, कोरोना से जनता की सुरक्षा एवं सेवा में अग्रणी रहने वाले शासकीय सेवकों के सेवा-हकदारी को देने के मामलों में सरकार हील हवाला कर रही है। शासकीय सेवक अपने कर्तव्यों को बखूबी निभा रहे हैं। यहां तक कि अपने प्राण न्योछावर कर अपन कर्तव्य निभाए हैं, लेकिन सरकार उनके अधिकार को देने के मामलों में दोहरी नीति अपना रही है। जिसके कारण राज्य के कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारी-अधिकारी आक्रोशित हैं।
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