गौरतलब है कि 30 मार्च को खाद्य औषधि विभाग की टीम ने इंडो जर्मन बायोसाइंस फैक्ट्री में छापा मारकर 5 हजार सेनिटीजर 732 लीटर कच्चा माल जप्त किया था। जांच में पता चला कि फैक्टरी मालिक के पास जैविक खाद बनाने का लाइसेंस था। वहां पर खाद बनाया जा रहा था लेकिन, कोरोना वायरस की वजह से सैनिटाइजर की मांग बढ़ने लगी। इस पर कंपनी के मालिक सेनिटीजर बनाने की फ़िराक में जुट गया। लेकिन, उससे पहले पकड़ा गया घटना के कुछ दिन बाद ही इलाके में स्थित एक गोदाम में 17 ड्रम में 3400 लीटर हाइड्रोब्रॉमिक केमिकल जप्त किया। जो सेनिटीजर बनाने के लिए रखा गया था
खाद एवं औषधि प्रशासन के सहायक नियंत्रक, बीआर साहू ने बताय कि आरोपी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है पुलिस के माध्यम से नोटिस की तालीम कराई गई है ।