scriptरायपुर: बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 12 करोड़ 80 लाख खर्च करेगा विभाग | Department will spend 12 crore 80 lakh to repair power system | Patrika News

रायपुर: बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 12 करोड़ 80 लाख खर्च करेगा विभाग

locationरायपुरPublished: Jun 01, 2020 07:01:43 pm

Submitted by:

Devendra sahu

प्री-मानसून मेंटेनेंस के लिए बनाया प्रस्ताव, अब तक प्रदेश के 856 ट्रांसफार्मर को बदल चुका विभाग

रायपुर: बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 12 करोड़ 80 लाख खर्च करेगा विभाग

रायपुर: बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 12 करोड़ 80 लाख खर्च करेगा विभाग

रायपुर. गर्मी में निर्बाध रूप से बिजली संचालन करने के लिए बिजली विभाग ने छत्तीसगढ़ में बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने में 12 करोड़ 80 लाख रुपए का बजट खर्च करने का निर्णय लिया है। इस राशि से विभागीय कर्मचारियों द्वारा लाइन और ट्रंासफार्मर की जांच की जाएगी। वहीं, जर्जर हो चुके ट्रांसफार्मरों को बदला जाएगा। विभागीय अधिकारियों के अनुसार प्री-मानसून मेंटीनेंस योजना के तहत अब तक पूरे प्रदेश में खराब हो चुके 856 ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं। अन्य जर्जर हो चुके ट्रांसफार्मरों को भी विभाग मेंटीनेस बजट से बदलने की कार्रवाई कर रहा है।
अब तक हो चुका इतना काम
बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब तक प्रदेशभर में कुल 1 लाख 80 हजार ट्रंासफार्मर हैं। इनमें से 856ट्रांसफार्मर बदले जा चुके है। अन्य की जांच जारी है और खराब मिलने पर बदलने की प्रक्रिया की जा रही है। ३३ केवी की लाइन 22 हजार 572 किमी है। इसकी भी जांच और बदलने का काम जारी है। 11 केवी की लाइन 1 लाख 13 हजार 255 किमी है, जिसकी जांच विभागीय कर्मचारियों द्वारा की गई है और आवश्यकता पडऩे पर उनमें बदलाव किया गया है। विभागीय कर्मचारियों ने प्री-मानूसन सत्र के तहत 1 लाख 92 हजार 395 कि मी की एलटी लाइन की जांच की है, जिस जगह लाइन पर फाल्ट मिली, उसे कर्मचारियों द्वारा दुरुस्त किया गया है।

64 संभाग को 20-20 लाख रुपए
बिजली कंपनी के अधिकारियों के अधिकारियों ने बताया कि कि मेंटेनेंस के लिए हर संभाग को 20 लाख रुपए सालाना दिया जाता है। छत्तीसगढ़ में कुल 64 संभाग है। इन्हें साल भर ट्रांसफार्मर और लाइन का मेंटेनेंस करने के लिए 12करोड़ 80 लाख का बजट जारी किया गया है। डीविजन में खर्च के हिसाब से और अधिकारियों की मांग पर बजट को कम और ज्यादा किया जाता है।

प्रदेश में प्री-मानसून मेंटेनेंस के तहत लाइन और ट्रांसफार्मर को मेंटेनेंस करने का काम किया जा रहा है। प्रदेश के 856 खराब हो चुके ट्रांसफारमरों को अब तक बदला जा चुका है। संभागवार प्रतिवर्ष 20 लाख रुपए मेंटेनेंस के लिए जारी किया जाता है और इसी से पूरे वर्ष कर्मियों द्वारा मेंटेनेंस किया जाता है।
एपी सिंह, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग
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