रायपुरPublished: Nov 23, 2020 05:23:18 pm
VIKAS MISHRA
कार्तिक मास की एकादशी को घर-घर होगा शालिग्राम-तुलसी विवाह
25 को जागेंगे देव, बजेगी शहनाई, सात फेरे लेने के लिए दिसम्बर तक सिर्फ सात मुहूर्त
रायपुर. कार्तिक मास की एकादशी यानी 25 नवम्बर को देव जागेंगे जिसे देवउठनी ग्यारस भी कहा जाता है। इसी मौके पर माता तुलसी और भगवान शालिग्राम का तुलसी चौरा पर विवाह होगा। इसके साथ ही पटाखे फूटेंगे और घर-आंगन दीपों से रोशन होगा। इसके साथ ही चार माह के चौमासे के बाद शुभ मुहूर्त प्रारंभ होने शहनाई गूंजेगी। इस तिथि का जिन परिवारों में रिश्ते तय उनके लिए और बाजारों में रौनक लौटने की उम्मीदें हैं। क्योंकि शादी-विवाह के लिए लोग खरीदारी करेंगे।
छोटी दिवाली से एक बार फिर बाजारों में रौनक लौटेगी। शुभ मुहूर्त के लिए लोगों को काफी इंतजार करना पड़ा है। क्योंकि इस बार कोरोना के कारण शादी के पीक सीजन गर्मी के महीनों में वैवाहिक कार्यक्रम स्थगित करने पड़े। अब गाइड लाइन में जगह के अनुसार 200 लोगों के शामिल होने की अनुमति है। इसलिए लोग वैवाहिक कार्यक्रम मास्क, सोशल डिस्टेसिंग के साथ कर सकेंगे।
15 दिसम्बर से खरमास, शुभ कार्यों वर्जित
महामाया मंदिर के पंडित मनोज शुक्ल के अनुसार शादी-विवाह के मुहूर्त बहुत हैं। चातुर्मासकाल में देवता शयन पर चले गए थे। एकादशी जागृत होंगे। तुलसी विवाह के दिन अभिजीत मुहूर्त होने से 25, 27, 30 नवंबर को और दिसंबर में 7, 9,10, 10 तारीख को शुभ मुहूर्त है। इसके बाद 17 दिसंबर से गुरु ग्रह अस्त हो रहा है। इससे पहले 15 दिसंबर से सूर्य का धनु राशि में प्रवेश होने से खरमास लग जाएगा। ऐसी ही स्थिति फरवरी और अप्रैल में बन रही है, इसलिए 14 अप्रैल के बाद वैवाहिक मुहूर्त रहेगा।