नतीजा मोटर वर्कशॉप स्थित डीजल पंप पर तैनात निगम के कर्मचारी बेखौफ होकर दिनदहाड़े डीजल चोरी करने की घटना को अंजाम देते रहे। इस बीच सोमवार को इंजीनियर किसी काम से मोटर वर्कशॉप पहुंचे तो डीजल चोरी करते हुए दो कर्मचारियों को पकड़ लिया।
इसके बाद मोटर वर्कशॉप के प्रभारी अधिकारी ने तत्काल एक्शन लेते हुए दोनों कर्मियों पर डीजल चोरी का मामला बनाकर निगम आयुक्त को फाइल भेजी। लेकिन दोनों में से किसी भी कर्मचारी के खिलाफ थाने में अभी तक एफआइआर दर्ज नहीं कराई गई है। अधिकारियों ने अनुसार डीजल चोरी करने वाले दोनों कर्मचारियों को बुधवार को सस्पेंड कर दिया जाएगा। चुनाव के कार्यों में व्यस्तता के चलते सस्पेंड आर्डर पर हस्ताक्षर नहीं कर पाए।
निगम के असिस्टेंट इंजीनियर का हाथ!
सूत्रों के अनुसार पंप से डीजल चोरी के खेल का मास्टर माइंड निगम के ही एक असिस्टेंट इंजीनियर को बताया जा रहा है। दबी जुबान से मोटर वर्कशॉप के अन्य कर्मचारी यह बात कह रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर कर्मचारियों ने बताया पिछले साल से ही डीजल चोरी की जा रही है।
असिस्टेंट इंजीनियर निगम के गाड़ी चलाने वाले ड्राइवरों से सांठगांठ कर इस घटना को अंजाम दे रहे थे। पेट्रोल पंप तैनात कर्मचारी पेट्रोल चोरी करने के बाद बकायदा संबंधित व्यक्ति को फोन कर बुलाते थे आ जाओ माल तैयार है। इसके बाद संबंधित व्यक्ति दो कैन लेकर आते थे और खुलेआम डीजल भरकर ले जाते थे।
एक लीटर डीजल को निगम कर्मचारी 55 रुपए में बेचते थे। इसके बाद इसे संबंधित व्यक्ति 65 से 70 रुपए तक मार्केट में बेचते थे। वहीं, असिस्टेंट इंजीनियर के बारे में बताया जाता है कि इंजीनियर अपनी कार लेकर मोटर वर्कशॉप में हर एक-दो दिन बाद आता था और अपनी गाड़ी में चोरी का डीजल भी भरवाता था।
आज करेंगे कार्रवाई
नगर निगम अपर आयुक्त सौम्या चौरसिया ने बताया कि डीजल चोरी करने वाले दोनों कर्मचारी को बुधवार को सस्पेंड किया जाएगा। साथ ही दोनों के खिलाफ भी बुधवार को ही एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। चुनावी मीटिंग में व्यस्त होने के कारण इस मामले पर कार्रवाई नहीं हो पाई।