इससे पहले रायपुर पुलिस ने सोमवार सुबह सुनील अग्रवाल को कोर्ट में पेश किया। सुनील कुमार अग्रवाल को रायपुर पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली से गिरफ्तार किया था, जहां उन्हें दिल्ली कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद रायपुर लाया गया था।
उधर, सुनील अग्रवाल पुलिस पर गलत एफआईआर दर्ज करने का आरोप लगा चुके हैं। पुलिस के आरोपों पर जवाब देते उन्होंने कहा, लोन की पूरी प्रक्रिया तय मापदंडों के अनुरुप हुई है। एजीएम सुनील अग्रवाल ने कहा, मेरे कार्यकाल में लोन की स्वीकृति हुई और केवल 10 करोड़ जारी हुए थे, बाकी 54 करोड़ बाद में जारी हुए है, उस समय मैं रायपुर में नहीं था। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2018 से मैं दिल्ली में हूं।
बतादें कि दाऊ कल्याण सिंह (Dau Kalyan Singh) में करोड़ों रुपए के घोटाले में पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) के एजीएम सुनील अग्रवाल के रूप में पहली गिरफ्तारी हुई है। पुलिस की तीन सदस्यीय टीम ने एजीएम सुनील को दिल्ली से पकड़ा। सुनील अग्रवाल पर आरोप है कि दस्तावेजों का परीक्षण और बारीकी से जांच किए बिना डीकेएस के लिए 64 करोड़ रुपए का लोन स्वीकृत कर दिया।
डीकेएस में करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़ा (DKS Scam Case) की शिकायत पर जांच टीम बनाई गई थी। टीम ने अपनी रिपोर्ट में डीकेएस (DKS) के तत्कालीन अधिकारियों द्वारा 50 करोड़ रुपए के घोटाला का खुलासा किया था। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने डीकेएस के पूर्व अधीक्षक डॉ. पुनीत गुप्ता समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में अपराध दर्ज किया है।