दौडऩे को कहें
बच्चों को गलती पर डांटने की जगह रनिंग करने की सजा दी जा सकती है। बच्चों को बाहर कुछ देर रनिंग करने के लिए कहें। ऐसे में उनका मन भी शांत रहेगा। अगर घर के बाहर पार्क नहीं है, तो बच्चे को आप घर में या घर के गार्डन में टहलने को कह सकते हैं। इस सजा से बच्चों का फिजिकल वर्कआउट हो जाएगा।
पेटिंग करवाएं
बच्चों को पनिश करने के लिए आप उनसे पेटिंग करवा सकते हैं। इससे बच्चों को मजा भी आएगा और उनका मन भी बहलेगा। साथ ही उनकी क्रीएटिविटी भी बढ़ेगी।
डिनर सर्व करने को कहें
खाने की टेबल पर बैठकर शरारत करने वाले बच्चे को डांटने की जगह डिनर सर्व करने के लिए कह सकते हैं। ध्यान रहे डिनर सर्व करते वक्त पेरेंट्स भी उनके साथ रहें, ताकि वो खाना गलती से गिराए नहीं। इससे बच्चे का न सिर्फ दिमाग व्यस्त रहेगा, बल्कि वे घर के काम में भागीदारी करना भी समझेंगें।
राइटिंग
बच्चों को सजा देनी हो तो उनसे रोजाना एक पेज राइटिंग प्रैक्टिस करवाएं। ऐसा करने से बच्चों की हैंडराइटिंग में भी सुधार आएगा और आपकी पनिशमेंट भी पूरी हो जाएगी।
जल्दी सोने के लिए कहें
टाइम से पहले बच्चों को सोने के लिए कहने पर उन्हें इस बात का अहसास होगा कि उन्होंने जो शैतानियां की हैं, उसकी सजा के तौर पर उन्हें बेड पर जल्दी जाना पड़ा।