चिलचिलाती गर्मी में लोगों का घर से निकलना हुआ दूभर, अंचल में लू के हालत
दो दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी तथा लू से लोग हलाकान हैं। जिला मुख्यालय बलौदा बाजार में बुधवार को तापमान 47 डिग्री व गुरुवार 46 डिग्री रहा है। भीषण गर्मी से जूझ रहे लोग अब मानसून का इंतजार कर रहे हैं, ताकि लू तथा तपती गर्मी से राहत मिल सके।
रायपुर
Published: June 05, 2022 04:34:14 pm
बलौदाबाजार। नौतपा की समाप्ति के बाद भी पड़ रही भीषण गर्मी ने क्षेत्रवासियों को बेहाल कर रखा है। नौतपा के प्रारंभिक दो-तीन दिनों तक बदली तथा बूंदाबांदी के बाद तापमान कम होने की वजह से एक ओर जहां लोगों को राहत रही। वहीं बीते दो दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी तथा लू से लोग हलाकान हैं। जिला मुख्यालय बलौदा बाजार में बुधवार को तापमान 47 डिग्री व गुरुवार 46 डिग्री रहा है। भीषण गर्मी से जूझ रहे लोग अब मानसून का इंतजार कर रहे हैं, ताकि लू तथा तपती गर्मी से राहत मिल सके।
शुक्रवार को सुबह 11 बजे से ही तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया, जो दोपहर 3 बजे तक बढ़ते-बढ़ते 46 डिग्री तक पहुंच गया। अंचल में इन दिनों लू के थपेड़ों ने लोगों का घर से निकलना दूभर कर दिया है। तेज धूप का असर सुबह 9 बजे से ही लोगों को नजर आता है। वहीं शाम को ढलते हुए सूर्य की गर्मी से भी लोग खासे परेशान हैं। जिसके चलते शाम 7 बजे तक गर्म हवाएं चलती रहती हैं। चिलचिलाती हुई गर्मी में घर से बाहर निकलने पर भट्टी की तरह गर्मी है। जिसके चलते बच्चे तथा बड़े बड़ों के आसानी से लू का शिकार बनने की आशंका बनी हुई है। चिकित्सकों के अनुसार अमूमन खाली पेट तथा अधिक समय तक तेज धूप तथा गर्मी में बाहर रहने से लू लगने की संभावना अधिक रहती है। लिहाजा लू से बचाव का सबसे आसान तरीका है कि कभी भी खाली पेट घर से ना निकलें। घर से निकलने पर चेहरे तथा सर को अच्छी तरह से ढंककर निकलें। चिकित्सकों ने तो पालकों को विशेष रूप से हिदायत देते हुए बच्चों को दिनभर घर के अंदर ही रखने की सलाह दी है तथा दोपहर 11 बजे से 4 बजे तक आवश्यक ना हो तो घर से बाहर नहीं निकलने की बात कही है। नगर में पड़ रही भीषण गर्मी तथा लू का असर इन दिनों पूरे नगर में नजर आ रहा है।
लू के प्रमुख लक्षण
चिकित्सकों के अनुसार हीट स्ट्रोक यानी लू के प्रमुख लक्षणों में तेज बुखार, बदन दर्द, आंखों का लाल होना, तेज सुस्ती तथा कभीकभार झटके आना है। लू के प्रमुख उपचार में लू के मरीजों को अधिक से अधिक पानी पिलाना चाहिए तथा मरीजों को ठंडे स्थान पर आराम करना चाहिए। घरेलू उपचार में आम का पना, बेल का शरबत, नींबू का शरबत, प्याज का रस काफी लाभकारी होता है। वहीं लू के मरीजों को चिकित्सक की सलाह पैरासीटामॉल दवा भी देना चाहिए। चिकित्सकों के अनुसार लू से बचने के लिए सबसे बेहतर है कि कभी भी खाली पेट घर से ना निकलें। दो से तीन गिलास ठंडा पानी पीकर निकलने पर लू का असर बेहद कम होता है।

चिलचिलाती गर्मी में लोगों का घर से निकलना हुआ दूभर, अंचल में लू के हालत
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