रायपुरPublished: Oct 02, 2018 09:23:36 am
चंदू निर्मलकर
Dengue: मिली नई जिंदगी: निजी अस्पताल में हुआ इलाज
मां समेत होने वाले बच्चे को भी हुआ डेंगू, डॉक्टरों ने बचाई दोनों की जान
रायपुर .एक तरफ दुर्ग-भिलाई के लगभग 45 मरीजों की मौत हो गई है, राजधानी के एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने प्रसूता सहित नवजात बच्चे को भी इससे छुटकारा दिलाया है।
भिलाई खुर्सीपार की २७ वर्षीय गर्भवती भावना कौशिक का डेंगू की हालत में प्रसव 10 सितंबर को दुर्ग जिला अस्पताल में कराया गया, जिसमें पहली बार किसी नवजात में डेंगू के लक्षण देखने को मिले। इस पर हालत बिगडऩे पर 10 दिनों बाद उन्हें राजधानी के बैरन बाजार स्थित एक निजी अस्पताल में 20 सितंबर को लाया गया, जिसमें डॉक्टरों ने बच्चे का प्लेटलेट्स लगभग २५ हजार पाया। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद भट्टर और क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ. अरुण राठौर ने दोनों का ही 10 दिनों तक गहन उपचार किया, जिससे दोनों को ही इस भयंकर बीमारी से निजात मिल पाई। सोमवार को उन्हें डिस्चार्ज कर वापस घर जाने की इजाजत दी गई।