बचाव के तरीके
सबसे पहले डॉगी केा वैक्सीन लगाएं। अगर किसी कुत्ते ने काट लिया तो जख्म को फौरन बहते पानी से धो दें या साबून से धो लें। सरकारी अस्पताल में पांच इंजेक्शन लगाए जाते हैं। आपको पता है कि किसने काटा तो कम से कम 10 दिन व कुत्ता जी गया, मरा नहीं।
धीेरे-धीरे सामने आते हैं लक्षण
इस बीमारी के लक्षण बहुत धीरे-धीरे आते हैं। शुरुआत में साधारण बिहेवियर में प्राब्लम, सिरदर्द, क्लासिकल हाइड्रोफोबिया होता है। पानी पीने में दिक्कत होती है। व्यक्ति पानी से डरने लगता है। कभी-कभी रेबीज पोलियो या लकवा होकर होता है, लेकिन ये रेयर है।
ये है वजह
पहली बात तो यदि रैबीज वाले कुत्ते ने आपको काट लिया तो इस बीमारी की गिरफ्त में आएंगे, दूसरा यह कि आपको कहीं जख्म है और रैबीव वाले कुत्ते की लार के संपर्क में आ गए तो यह बीमारी आपमें आ जाएगी। लार यदि किसी की आंख में आ जाए, या कुत्ता चाट ले तो भी आशंका बनी रहती है।