राज्य सरकार के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तैयारी पूरी कर ली है। मात पिता के लिए भी राहत की खबर है कि लू जैसी धुप में उन्हें बच्चों को लेकर लाइन में खड़े होना नहीं पड़ेगा। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को घर-घर दस्तक देकर स्वास्थ्य विभाग की टीम सवाल करेगी के बच्चे का टीकाकरण अब तक हुआ है या नहीं। अगर उन्हें पता चलता है कि बच्चे का टीकाकरण नहीं हुआ है तो वहीं घर पर ही बच्चों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। मौसम को देखते हुए इस टीकाकरण अभियान को सुबह सात बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक चलाने का निर्णय लिया गया है।
बच्चों के टीकाकरण का यह अभियान 16 मार्च 2022 से शुरू किया गया था। जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि 12 से 14 आयु वर्ग में निर्धारित लक्ष्य के 68 फीसदी बच्चों को सफलता पूर्वक टीका लग चुका है। जब बच्चों के स्कूल खुले थे तब बच्चों को टीका लगाने के लिए वैक्सीन कैंप स्कूल में ही संचालित किए जा रहे थे परंतु बढ़ते तापमान को देख स्कूल 24 अप्रैल से बंद करवा दिए गए। ऐसे में जिन बच्चों को वैक्सीन का पहला या दूसरा डोस नहीं लगा है उन्हें घर पहुंच वैक्सीन लगवाई जाएगी।
यूनिसेफ की दी हुई जानकारी के अनुसार एक COVID-19 वैक्सीन बच्चों को संक्रमित होने से और कोरोनावायरस फैलने से रोक सकती है। यदि बच्चे को कोरोना हो भी जाए, तो वैक्सीन उन्हें बाद में गंभीर रूप से बीमार होने से रोक सकती है।