केंद्रीय परिवहन परिवहन मंत्रालय के निर्देश पर रावांभाठा में करीब 16 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक फिटनेस सेंटर और नई राजधानी स्थित ग्राम तेंदुआ में 18 करोड़ का ड्राइविंग स्कूल बनाया जाना था। दोनों ही सेंटरों का करीब 80फीसदी काम पूरा हो चुका है। केवल मशीन और कुछ अन्य काम ही शेष रह गया है। इसे पूरा करते ही शुरू किया जाना था। लेकिन कोरोना के संक्रमण के चलते इसका निर्माण कार्य रूक गया। 2017 में जमीन और फंड स्वीकृत होने के बाद इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया था। यहां सारे काम ऑटोमेटिक मशीनों के माध्यम से किए जाने थे।
इस तरह का सेंटर
फिटनेस सेंटर को रावाभांठा स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय परिसर में बनाया जा रहा है। यहां फिटनेस कराने के लिए आने वाली वाहनों का पंजीयन करने के बाद आटोमेटिक मशीनों के माध्यम से जांच और प्रमाणपत्र जारी किया जाना है। साथ ही किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने डाटा सेंटर भी बनाया जा रहा है।
वहीं तेंदुआ स्थित प्रस्तावित शासकीय मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग एवं रिसर्च सेंटर (आईडीटीआर) में सिम्युलेटर मशीनों, अध्ययन कक्ष, लाइब्रेरी, ड्राइविंग लैब, हॉस्टल भवन और अत्याधुनिक मशीन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाना था। केंद्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्रालय ने 2014 में देशभर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ट्रेनिंग इस्टीट्यूट शुरू करने की स्वीकृति दी गई थी।
जल्दी शुरू होगा
दोनों ही सेंटरों को शुरू करने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है। इसमें बकाया फंड जल्दी ही रिलिज करने का अनुरोध किया गया है। इसके मिलते ही ड्राइविंग स्कूल और फिटनेस सेंटर का काम शुरू किया जाएगा।
-शैलाभ साहू, सहायक परिवहन आयुक्त