पत्रिका के पास मौजूद दस्तावेज के मुताबिक लुटेरों के खिलाफ गुढि़यारी थाना में शिकायत बड़ा अशोक नगर निवासी अरविंद बंसोड ने की है। पीडि़त ने लिखित शिकायत देते हुए गुढि़यारी पुलिस को बताया कि बुधवार की रात 12.30 बजे अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद बड़ा अशोक नगर स्थित घर वापस लौट रहा था। ओशो भवन के पास ट्रक की लाइट आंखों में पडऩे से गाड़ी फिसल गई और नाली में गिर गया।
उसके साथ बाइक से आ रहे तीन युवक भी वहीं गिर गए। गिरने के विवाद पर युवक उसे मारने लगे और जेब में रखे २२०० रूपए छीन लिए। पीडि़त के मुताबिक आरोपी बाइक छीनने की कोशिश कर रहे थे। लुटेरों की मार से बचने गार्ड भागा और अपने साथी गार्ड को फोन कर बुलाया।
साथी गार्ड के ओशो भवन के पास आने पर अरविंद गुढि़यारी थाना गया और वहां पर मौजूद दो कांस्टेबलों को सूचना दी। कांस्टेबल अरविंद के साथ मौके पर गए और आरोपियों को ढूंढा तो अरविंद की बाइक कुछ दूरी पर खड़ी मिली। बाइक बरामद करने के बाद अरविंद वापस आया और आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत दी है।
पुलिस का दिखा लापरवाह रवैया पीडि़त अरविंद की शिकायत लेने के बाद भी गुढि़यारी पुलिस (Raipur Police) ने अभी तक केस में कोई एफआईआर (FIR) दर्ज नहीं की है। घटना के बारे में पत्रिका संवाददाता ने गुरूवार रात ११ बजे थाना प्रभारी सुशांतो बनर्जी से बात की। थाना प्रभारी बनर्जी ने लूट की घटना होने से इंकार कर दिया। संवाददाता ने प्रार्थी द्वारा लिखित आवेदन थाना में देने की बात कही, तो थाना प्रभारी ने उसके बाद भी मना कर दिया।
गांजा कारोबारी सक्रिय इलाके में नशेडि़यों द्वारा गुढि़यारी इलाके में मारपीट, लूट और उत्पात मचाने की यह पहली शिकायत नहीं है। इससे पहले भी इलाके में नशे की हालत में आरोपी वारदात कर रहवासियों को परेशान कर चुके है। इस मामले की शिकायत को लेकर गुढि़यारी थानाक्षेत्र के रहवासी भी 18 दिन पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन आरोपियों पर सख्ती नहीं की गई। गुढि़यारी थानाक्षेत्र के खालबाड़ा, रामनगर, और ओशो भवन से लगी बस्ती में गांजा बिक्री की शिकायत हुई है, लेकिन आरोपियों पर किसी भी तरह की सख्त कार्रवाई नहीं की गई है।