भुट्टे में पाए जाते हैं ये गुण
आयुर्वेद के अनुसार, भुट्टा बल वर्धक होने के साथ ही शरीर में पित्त और कफ की मात्रा को नियंत्रित करने का कार्य करता है। इसलिए बरसात और सर्दियों के मौसम में भुट्टा जरूर खाना चाहिए।
फाइबर से भरपूर होने के साथ ही भुट्टा ऐंटिऑक्सीडेंट्स और विटमिन-सी युक्त होता है। इस कारण यह शरीर की आंतरिक सफाई करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करता है।
खांसी-जुकाम से बचने के लिए
जैसा कि हमने आपको बताया कि भुट्टा ऐंटिऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है और कफ तथा पित्त को नियंत्रित करता है। इसलिए यह खांसी और जुकाम जैसी मौसमी बीमारियों से बचाने में बहुत अधिक लाभकारी होता है।
जिन्हें भूख कम लगती है
जिन लोगों को भूख कम लगती हो उन्हें हर दिन एक भुट्टा काला नमक और नींबू लगाकर खाना चाहिए। इस तरह भुट्टा खाने से आपके पाचनतंत्र को ऊर्जा मिलेगी। मेटाबॉलिक रेट बढ़ेगा और आपकी भूख खुलेगी।
मानसिक शांति प्रदान करें
यदि आप बहुत अधिक बेचैनी का अनुभव कर रहे हों और आपको अपनी समस्या का कारण पता ना हो तो आप स्वीट कॉर्न खाकर अपना मन शांत कर सकते हैं। दरअसल, भुट्टे में मौजूद प्राकृतिक गुण मन को शांत करने में मदद करते हैं।
आंखों के लिए लाभकारी भुट्टा
ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन आंखों को हेल्दी रखने के लिए बहुत अधिक जरूरी हैं। ये दोनों कैरोटिनॉयड्स आंखों की रोशनी बढ़ाने का कार्य करते हैं। ये आंखों के रेटिना को स्वस्थ रखते हैं और लंबे समय तक मोतियाबिंद की बीमारी से बचाते हैं।
गर्भवती महिलाओं के लिए संदेश
गर्भवती महिलाओं को पॉपकॉर्न, भुट्टा, स्वीटकॉर्न इत्यादि का सेवन अपनी डॉक्टर से सलाह के बाद ही करना चाहिए। कई स्थितियों में गर्भावस्था के दौरान भुट्टा खाना मिसकैरेज यानी गर्भपात की वजह बन जाता है।