प्रदेश के छात्रों को अपलोड करने के लिए स्कूल शिक्षा विभगा के अधिकारियों ने पोर्टल अब तक 24 हजार 789 वीडियेा अपलोड किए है। इन वीडियो का भुगतान विभाग ने प्रति वीडियो 500 रुपए दिया है। छात्रों को अच्छा कंटेंट मिल सके, इसलिए जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिक्षकों का चयन होता है और फिर उन्हें बीटीआई स्थित राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद कार्यालय में भेजा जाता है। यहां बने जुगाड़ स्टूडियों में शिक्षकों से वीडियो बनवाया जाता है और उसे पोर्टल में अपलोड किया जाता है।
छात्रों को शिक्षित करने के लिए अपलोड किया जा रहा वीडियो उच्च क्वालिटी का है या नहीं? इस बात की निगरानी करने के लिए विभागीय अधिकारियों ने संयुक्त संचालक रैंक के अधिकारी को जिम्मेदारी दी है। संयुक्त संचालक शिक्षकों द्वारा बनाए गए वीडियों की जांच कमेटी से कराते है। कमेटी द्वारा वीडियो पास करने के बाद ही शिक्षकों को भुगतान किया जाता है। कमेटी जिन वीडियो को रिजेक्ट कर देती है, उन वीडियों को दुरुस्त करने या नया वीडियो को बनाने के लिए शिक्षकों को निर्देश दिया जाता है।