सुबह वन अधिकारियों ने गांव पहुंचकर उसके परिजन को तात्कालिक सहायता राशि के रूप में 25 हजार रुपए प्रदान किया। वहीं घटना से क्षेत्र के ग्रामीणों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि वन विभाग द्वारा हाथियों के गांव की ओर आने की सूचना नहीं दी गई थी। यदि उन्हें सूचना दी जाती तो कोई भी घर से नहीं निकलता।
सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत 18 हाथियों का दल भ्रमण कर रहा है। दल द्वारा आए दिन ग्रामीणों की फसलें जहां तबाह की जाती हैं, वहीं घरों को भी नुकसान पहुंचाया जाता है। हाथियों का दल लोगों की जान भी ले रहा है।
मंगलवार की रात करीब 1 बजे हाथियों का दल ग्राम तुलसी के घंटापारा में पहुंच गया। यहां शौच के लिए निकले 62 वर्षीय मंगलसाय अगरिया को हाथियों ने कुचलकर मार डाला। सुबह परिजनों ने उसका शव देखा तो वे रोने-बिलखने लगे। फिर इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। सूचना मिलते ही सूरजपुर डीएफओ एसआर भगत, रेंजर एसए खान तथा प्रतापपुर रेंजर पीसी मिश्रा के साथ मृतक के घर पहुंचे। उन्होंने तात्कालिक सहायता राशि के रूप में उसकी पत्नी को 25 हजार रुपए प्रदान किया।
हाथियों के आने की नहीं दी गई थी सूचना
हाथियों द्वारा वृद्ध की जान लिए जाने से ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग द्वारा हाथियों के गांव की ओर आने की जानकारी नहीं दी गई थी। यदि उनके द्वारा मुनादी कराई गई होती तो लोग सतर्क रहते और यह घटना नहीं होती।
पत्नी और नातिन के साथ रहता था मंगलसाय
मृतक मंगलसाय अपनी पत्नी बसंती और एक नातिन के साथ घर में रहता था, जबकि उसके बेटे और बहू उनसे अलग रहते थे। मंगलसाय की मौत से परिजनों में शोक की लहर है।