बुखार हो या ना हो मलेरिया की जांच अवश्य करानी चाहिए
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुपोषण को दूर करने के लिए जून 2019 से हम मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान चला रहे हैं, जिसे आप सबकी भागीदारी से अच्छी सफलता मिल रही है। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी से पूरे बस्तर संभाग में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान शुरू किया गया है, जिसमें आप सभी की भागीदारी जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मलेरिया के सर्वाधिक प्रकरण बस्तर संभाग में पाए जाते हैं इसलिए यह अभियान बस्तर से शुरू किया गया है। आजकल देखने में यह आया है कि मलेरिया होने के बावजूद भी इसके लक्षण दिखाई नहीं देते। इसलिए सभी को चाहे बुखार हो या ना हो मलेरिया की जांच अवश्य करानी चाहिए, तभी हम बस्तर को मलेरिया मुक्त बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद हर गांव और घर तक पहुंच रहे हैं। इन कार्यकर्ताओं का सहयोग कर अभियान में भागीदार बनें। उन्होंने मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान में लगे सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के दौरान मलेरिया की जांच और उपचार तो हो ही रहा है। यह कोशिश की जानी चाहिए कि मलेरिया को होने ही नहीं दिया जाए। इसके लिए घर के आसपास सफाई और मच्छर के लार्वा को नष्ट करें। इसके साथ ही सभी लोग मच्छरदानी लगाकर सोने की आदत डालें। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को मलेरिया मुक्त बस्तर बनाने की शपथ दिलाई।
मुख्यमंत्री ने कराई मलेरिया की जांच
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कारली पुलिस लाईन स्थित कार्यक्रम में मलेरिया जांच के लिए लगाए गए शिविर का अवलोकन किया। उन्होंने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से बात की। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने अपने खून की जांच कराई, जिसमें उन्हें मलेरिया निगेटिव पाया गया। मुख्यमंत्री ने शिविर स्थल पर सेल्फी जोन में फोटो भी खिचाई और सिग्नेचर जोन में अपने हस्ताक्षर किए।