बताया जाता है कि कंपनी का विगत ७ माह का करीब १.२५ करोड़ रुपए अस्पताल प्रबंधन ने रोक रखा है, जिससे कंपनी कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रही है। कंपनी से नियमित तौर से वेतन भुगतान के लिए कर्मचारियों ने अस्पताल प्रबंधन से गुहार लगाई है। विगत दो माह जुलाई और अगस्त का कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है, जिससे आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं। कर्मचारियों ने प्रबंधन को एक पत्र लिखकर कहा है कि सितम्बर २०१८ से कॉल मी सर्विसेस के कर्मचारियों को नियमित भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे काफी परेशान हैं। कर्मचारियों ने बताया कि जब वह ही खुश नहीं रहेंगे तो काम कैसे करेंगे। कुछ कर्मचारियों ने बताया कि सैलरी का यही हाल रहा तो वह नौकरी छोडऩे मजबूर हो जाएंगे।
डेली वेजेज कर्मी भी २ माह से कर रहे इंतजार
डीकेएस में डेलीवेजेज पर काम कर रहे कर्मचारियों को भी विगत दो माह से वेतन नहीं मिला है। डीकेएस में डेलीवेजेज पर करीब ११९ कर्मचारी काम कर रहे हैं। कर्मचारियों ने बताया कि वेतन के लिए कई बार अस्पताल के आला अधिकारियों से गुहार लगाई गई है लेकिन सभी चुप्पी साधे हुए हैं।
कंपनी से कुछ कागजात मांगें गए थे, जिसको अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। डेलीवेजेज कर्मचारियों का नियमित वेतन का भुगतान किया जा रहा है। डॉ. हेमंत शर्मा, उप-अधीक्षक, डीकेएस, रायपुर ६-७ माह का भुगतान नहीं होने के बावजूद जुलाई तक का वेतन कर्मचारियों को दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन को बकाया भुगतान के लिए कई बार पत्र लिखा गया है।
नरेंद्र रहंगडाले, मैनेजर, कॉल मी सर्विसेस, रायपुर